वाराणसी। वाराणसी लोकसभा क्षेत्र में मतदान दिवस के दिन आसमान में हल्के बादल छाये तो मतदाताओं ने कहा कि यह किसी तपस्वी की तपस्या का परिणाम है। उस तपस्वी को मतदान करने के लिए मतदाताओं की सुविधा का ईश्वर भी ध्यान रख रहा है।
लंका क्षेत्र निवासी अजय मिश्रा ने कहा कि बीते चार दिनों में सुबह 8 बजे से ही तपती हुई धूप हो रही थी लेकिन जिस दिन वाराणसी में मतदान हो रहा है, सुबह से हल्के बादलों ने आसमान को घेर रखा है। बादलों की चहल कदमी से तेज धूप से मतदाताओं को बहुत राहत हुई है।
उन्होंने कहा कि अचानक से आसमान में छाये बादलों को देखकर तो यही कहा जा सकता है कि कहीं किसी की तपस्या का यह असर है। वाराणसी में सुबह 11 बजे तक सबसे कम मतदान प्रतिशत बताया जा रहा है लेकिन शाम होते-होते तक यह प्रतिशत बढ़कर अधिक हो जाएगा।
नाटी इमली क्षेत्र में मताधिकार का उपयोग कर निकले संतोष ने कहा कि मौसम के बदलने से मतदाताओं का मिजाज भी बदल गया है। हल्के बादल और हवा से भीषण गर्मी का माहौल बदला हुआ है तो भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी को विजयी बनाने के लिए बढ़ चढ़कर मतदान किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के अपील के बाद तो महिलाएं भी मतदान के लिए घर से बड़ी संख्या में निकल रही है।
मतदाताओं को घर से निकाल कर मतदान केंद्र तक पहुंचाने की जिम्मेदारी निर्वहन कर रहे अधिवक्ता अशोक ने कहा कि कल 12 बजे दिन में सिर पर आग बरस रही थी और सड़कों पर सन्नाटा था। कल तक मतदाताओं को भीषण गर्मी में कैसे निकाला जाएगा यह सोचा जा रहा था लेकिन अचानक से बदले मौसम ने सारा कार्य आसान कर दिया। बड़ी संख्या में मतदाता स्वयं ही निकल कर मतदान केंद्रों तक पहुंचे हैं जो किसी चमत्कार से कम नहीं है। दोपहर एक बजे तक का मतदान प्रतिशत बता रहा है कि फिर एक बार कमल का फूल खेलने जा रहा है। विपक्ष की जीत के दावे सब खोखले है।
- हाजमोला, ठंडा पानी, जूस की व्यवस्था
मतदान केंद्रों के बाहर मतदाताओं के स्वास्थ्य की चिंता करते हुए ग्लूकोस मिक्स जूस, आम का पन्ना, ठंडा पानी, हाजमोला जैसे तमाम पेय व खाद्य पदार्थ का वितरण भी कराया गया। मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए जिला निर्वाचन की टीमों ने तमाम व्यवस्थाएं कर रखी है।