मथुरा शहर कोतवाली के कृष्ण विहार में शाम छह बजे एकाएक 2.5 लाख लीटर पानी की क्षमता वाली विशालकाय टंकी भरभराकर गिर गई। इससे ऐसा लगा मानों धरती कांप गई। कॉलोनी में लोग खुद को बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। घर के भीतर मौजूद लोगों को भूकंप जैसे झटके लगे तो वह भी अपने घरों से बाहर की ओर निकलकर भागे।
चंद मिनटों में टंकी का मलबा और पानी कॉलोनी के घरों में जा घुसा। भयावह मंजर को देख लोग सहम उठे। हादसे को देख लोग सन्न रह गए। पलभर के लिए लोगों कुछ भी समझ नहीं पाए। यहां रहने वाले अविनाश, जो कि घटना के चश्मदीद हैं। वह बताते हैं कि कॉलोनी में भगदड़ मच गई।
लोग अपने बच्चों और परिवार के लोगों को तलाशने में जुट गए। उनका कुशलक्षेम जानने को आवाज लगाने लगे। जैसे-जैसे लोगों को उनके परिवार के सदस्यों की सकुशल होने की जानकारी लग रही थी। वह राहत की सांस ले रहे थे।
20 से अधिक मकान क्षतिग्रस्त, लाखों का नुकसान
मथुरा। कृष्ण विहार कालोनी में हुए हादसे में 20 से अधिक मकान टंकी के मलबे की चपेट में आने से क्षतिग्रस्त हो गए। इनमें लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। दर्जनों वाहन टंकी के मलबे में दब गए हैं। कुछ घरों के भीतर खड़े वाहन भी मलबे की चपेट में आ गए। हादसे के पीड़ितों की आंखों से आंसू छलक उठे।
पुलिस-प्रशासन द्वारा लगाई रेस्क्यू टीम टंकी के मलबे को हटा रही थी। वहीं, लोग खुद भी अपने घरों से मलबे को बाहर निकालने में जुट गए। वेदप्रकाश सारस्वत ने बताया कि एकाएक गिरी टंकी से इलाके के घरों के बाहर लगे कूलर टूट गए। वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। मलबा इतनी तेजी से घरों में घुसा कि अंदर रखे फ्रीज, वॉशिंग मशीन आदि भी टूट गईं।
मौसम साफ होता तो कई जिंदगियां निगल लेता हादसा
कृष्ण विहार पानी टंकी हादसे का मंजर और भी भयावह हो सकता था। गनीमत रही कि हादसे के समय रिमझिम बारिश हो रही थी। स्थानीय लोगों ने बताया कि सामान्य मौसम होने पर शाम के वक्त पार्क में पानी की टंकी के नीचे कॉलोनी के बच्चे खेलते हैं। बड़ों की बैठक होती है। रिमझिम बारिश के कारण अधिकांश बच्चे और बड़े अपने-अपने घरों में थे। कुछ जरूरी काम होने पर ही लोग घरों के बाहर निकले हुए थे।
बचाव-राहत कार्य के लिए पहुंची सेना
मथुरा की कृष्ण विहार कॉलोनी में ओवर हेड टैंक( पानी की टंकी) गिरने के बाद बचाव व राहत कार्य में सेना की भी मदद ली जा रही है। सेना के साथ ही एनडीआरएफ की एक टीम, नगर निगम, अग्निशमन दल की टीम बचाव व राहत कार्य में जुटी हैं।
अपर नगर आयुक्त के निर्देशन में नगर निगम के 50 लोगों की टीम छह जेसीबी, दो हाइड्रा, पांच ट्रैक्टर एवं दो डंफर से मलबा हटाने में जुटी है। मलबे के साथ खंबों को वहां से हटाना टेढी खीर साबित हो रही है। बड़े और लंबे खंभे डंफर तक पहुंचाने के साथ ही घनी आबादी होना भी वाहनों के संचालन में बड़ी परेशानी का कारण बन रहा है।
नगर निगम की एक टीम टंकी के खंभों को कटर से काटकर छोटा किया जा रहा है। दूसरी टीम हाइड्रा से उन खंबों को डंफर तक पहुंचाया जा रहा है। इस कार्य में नगर निगम के साथ ही जलकल, निर्माण एवं अन्य विभाग के कर्मचारियों को भी लगाया गया है। नगर निगम के अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि मलबा हटाने में 24 घंटे के अधिक समय लग सकता है।
तीन वर्ष पहले छह करोड़ की लागत से बनी थी धराशायी टंकी
नगर के कृष्ण विहार कॉलोनी में पानी की टंकी रविवार शाम छह बजे भरभरा का गिर गई। घनी बस्ती के बीच जल निगम की अतिरिक्त निर्माण इकाई के निर्देशन में आगरा की कार्यदायी संस्था ने तीन वर्ष पहले ही टंकी का निर्माण किया था। इसे जल निगम ने एक वर्ष पहले ही नगर निगम को हस्तांतारित की थी।
आगरा की कार्यदायी संस्था एसएम कंस्ट्रक्शन द्वारा करीब छह करोड़ की लागत से टंकी का निर्माण कराया गया था। 2500 किलो लीटर क्षमता की पानी की टंकी का निर्माण वर्ष 2018 में शुरू किया गया था। निर्माण तीन वर्ष में पूरा हुआ। टंकी वर्ष 2021 में बनाकर तैयारी हुई।
इसे वर्ष 2023 में नगर निगम को हस्तांतरण किया गया, लेकिन यह टंकी शुरुआत से ही कमजोर थी। इसमें से पानी भी टपकता था, लेकिन जिम्मेदारों द्वारा लगातार इसकी अनदेखी की जा रही थी। इसी का परिणाम है कि तीन साल पहले बनी टंकी रविवार शाम को धराशायी हो गई।
नगर निगम के एक्सईएन राम कैलाश ने बताया कि जलनिगम द्वारा 2500 किलो लीटर क्षमता की टंकी का निर्माण वर्ष 2021 में आगरा की कंपनी द्वारा पूरा कराया था। एक वर्ष पहले 2023 में जल निगम ने नगर निगम को ओवर हैड टैंक हस्तांतरित किया था।
टंकी गिरने की होगी उच्च स्तरीय जांच, ठेकेदार के विरुद्ध एफआईआर
नगर आयुक्त शशांक चौधरी ने कहा कि ओवर हेड टैंक के गिरने की उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी। जिस ठेकेदार ने टंकी का निर्माण कराया है, उसके विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। जांच में दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अचानक से सब कुछ हो गया तहस-नहस
कृष्ण विहार कॉलोनी में टंकी गिरने से घायल हुए 10 लोग हादसे में मौत के काफी करीब से गुजरे। इस सभी को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गंभीर रूप से घायल एक युवक को इलाज के लिए आगरा रेफर किया गया है। हादसे में दो महिलाओं की मौत हुई है।
महोली रोड स्थित कृष्ण विहार कॉलोनी में शाम पौने छह बजे तक सब कुछ सामान्य था। कुछ लोग अपने काम निपटा रहे थे। कुछ घर के अंदर बैठकर परिवार के सदस्यों से बात कर रहे थे। तभी घड़ी की सुई में जैसे ही 6 बजे, कॉलोनी की टंकी अचानक भरभराकर गिर गई। सब कुछ एकदम से तहस नहस हो गया। चारों तरफ चीख-पुकार मच गई और चारों ओर पानी-पानी हो गया। सड़क से गुजर रहे लोग पानी की तेज धार में बहने लगे।
लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर से उधर भागने लगे। सामने मौत को देखकर लोगों के होश उड़ गए। स्थानीय निवासी संजय गोस्वामी का 6 साल का इकलौता बेटा ट्यूशन पढ़कर घर लौट रहा था। वह पानी की तेज धार में बह गया। उसे बहता देख स्थानीय लोगों ने उसे बचाया।