गायत्री और यज्ञ भारतीय संस्कृति के आधार हैं- अतुल दुवेदी

सूरतगंज बाराबंकी। ब्लॉक सूरतगंज क्षेत्र के ग्राम पंचायत उमरी के बिशुनपुर में शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में रविवार से मंगलवार तक गायत्री महायज्ञ का शुभारंभ किया गया है। सोमवार को शांतिकुंज समूह नायक अतुल द्विवेदी ने जीवन निर्माण के सूत्रों पर प्रकाश डाला। प्रातः काल यज्ञ में सैकड़ो साधकों ने विश्व कल्याण हेतु आहुतियां समर्पित कीं। श्री द्विवेदी ने बताया कि यज्ञ शब्द ‘यज्’ धातु से बना है,जिसका अर्थ है -देवपूजन,दान और संगतिकरण। गायत्री और यज्ञ भारतीय संस्कृति के आधार हैं। वही सद्बुद्धि एवं सत्कर्म की प्रेरक शक्ति हैं। कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में श्रीमती कौशल्या सिंह एवं श्रीमती गुप्ता ने परिवार निर्माण के लिए गर्भोत्सव संस्कार की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि शिशु के व्यक्तित्व का 80 प्रतिशत निर्माण मां के गर्भ में ही हो जाता है। शेष 20 प्रतिशत मां के लालन पालन के द्वारा 5 वर्षों में निर्मित होता है। इसके लिए मां को संयमित दिनचर्या, पौष्टिक प्राकृतिक आहार, उपासना, स्वाध्याय, प्रसन्नता वातावरण आदि आवश्यक होता है। देवपूजन कार्यक्रम पंडित चक्रेश पांडेय, देवेन्द्र मिश्रा, कमला प्रसाद पाण्डेय आदि ने सम्पन्न किया। इस अवसर पर रमेश चंद्र मौर्य ,उमेश वर्मा, बलराज सिंह,बेंचूलाल वर्मा, संकल्प पाण्डेय, रामकुमार, श्री श्याम नाथ तिवारी रामचंद्र मिश्रा आदि ने प्रतिभाग किया।

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