सीतापुर । प्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण योजना के अंतर्गत ग्राम पंचायतों में बनाई गई गौशाला जिससे की आवारा पशुओं को आसरा मिल सके व आवारा मवेशीओ से किसानों को होने वाले नुकसान से बचाया जा सके व निराश्रित गौवंशो को आश्रय मिल सके व बेहतर चारे के साथ बेहतर स्वस्थ जीवन मिल सके। लेकिन जिम्मेदारो की लापरवाही की कीमत बेजुबान जानवर अपनी जिंदगी को गंवा कर चुका रहे है, बेहतर चारे के नाम पर सुखा भूसा व पराली, बेहतर देखभाल व स्वास्थ के नाम पर यदि गौवंशों कुछ मिल रहा तो लापरवाही। आपको बताते चले कि विकास खंड परसेंडी की ग्राम पंचायत भदियासी में निर्मित गौशाला में प्रधान की लापरवाही की चलते जानवर अपनी जान गंवा रहे है। गौशाला में कई गौवंश बीमार हालत में पाए गए जिनकी समय से कोई देखरेख नही की जा रही है, एक गौवंश जो की मरणासन्न अवस्था में पड़ा है जिसकी देखरेख तो हो नहीं रही बल्कि उसको कौवे नोच नोचकर खा रहे है, जिससे वह लहूलुहान हालत में पड़ा है।
गौशाला में बने केयर टेकर ने बताया कि व्यवस्था न होने के कारण जानवर आपस में लड़ जाते है जिससे यह घायल हो गया है। बाकी मुझे जो उपलब्ध कराया जाता है वह मेरे इनको सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। जब इस संबंध में ग्राम प्रधान व पंचायत सचिव पवन जौहरी से बात करनी चाही तो इन लोगो का फोन नही उठा, वही जन परसेंडी पशु चिकित्साधिकारी डा० कलीम से बात की गई तो उन्होंने की गौशाला में टीनशेड की पर्याप्त उपलब्धता नहीं और मादा व नर पशुओं को अलग रखने की व्यवस्था नहीं है जिससे जानवर आपस में लड़ जाते है और घायल हो जाते है मेरे द्वारा खंड विकास अधिकारी को पत्र भी लिख दिया गया लेकिन अभी तक व्यवस्था नहीं हुई है जिससे यह समस्या उत्पन्न हो रही है।