कई लोग हो चुके चाईनीज मंझे के शिकार, लोगों ने की पतंगबाजों पर कठोर कार्रवाई की मांग
शुक्लागंज, उन्नाव। पतंगबाजों के लिए अड्डा बन चुका नवीन गंगापुल अब राहगीरों के लिए जानलेवा साबित होता जा रहा है। पतंगबाजी में उपयोग में लाया जाने वाला चाइनीज मांझा लोगों के लिए आये दिन जानलेवा बन रहा है। शनिवार देर शाम को पतंग का मांझा गले में फंसने से बाईक सवार गंभीर रुप से घायल हो गया। गले में गहरा घाव होने से कई टांके लगाए जाने की बात बताई गयी। हादसे में बाइक सवार युवक की जान भी जा सकती थी। राहगीरों ने ऐसे पतंगबाजों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
कोतवाली गंगाघाट के राम नगर निवासी अभिषेक तिवारी कानपुर में नौकरी करते है। शनिवार शाम को नौकरी से घर लौटते समय नवीन गंगापुल पर पतंग का जानलेवा चाईनीज मांझा उनके गले में फंस गया। गले में गहरा घाव होने से वह गंभीर रुप से घायल हो गए। पास में मौजूद राहगीरों ने उन्हें पास के एक नर्सिंगहोम में भर्ती कराया। गहरा घाव होने के कारण कई टांके लगाए जाने की बात बताई गयी। लोगों ने बताया कि हादसे में उनकी जान भी जा सकती थी। इस तरह के हादसे नवीन गंगापुल पर आये दिन होते रहते हैँ जिनपर पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। जबकि इससे आम लोगों ही नहीं पक्षियों की भी जान जा रही है। उड़ते समय पक्षी पतंग की डोर में फंस जाते हैं। इससे बड़ी संख्या में पक्षी घायल हो जाते हैं।
इसलिए है खतरनाक
सामान्यधागे के मुकाबले चाइनीज धागा काफी मजबूत होता है। यह नाइलोन सहित सीसे की लेड केमिकल से बना होता है। इस वजह से यह आसानी से टूटता नहीं है। यही वजह है यदि कोई व्यक्ति सामान्य धागे की चपेट में जाए तो कम मजबूती के कारण ये टूट जाता है, लेकिन नायलोन से बना चाइनीज मांझा आसानी से नहीं टूटता है। इसलिए यह ज्यादा खतरनाक होता है।
करंट का भी खतरा
चाइनीज और धातु मिश्रित मांझा जानलेवा साबित हो सकता है। पतंगबाजी के जुनून के चलते बिजली के तारों से भी कई हादसे हो चुके हैं। पतंगबाजी के दौरान मांझा तारों से टच होते ही करंट पतंग उड़ाने वाले या फिर उस डोर को पकड़ने वाले तक सीधे पहुंचता है। अत: पतंगबाजी करते समय चाइनीज धातु मिश्रित मांझे का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह भी दी जाती है।
जानलेवा चाईनीज धागे की मांग ज्यादा
पतंगबाजीके शौकीन युवाओं के लिए बाजार में कई तरह के धागे उपलब्ध हैं। कई लोग बारीक कांच कोटेड धागा भी लेते हैं। मगर पिछले कुछ सालों में डोर के भाव तेज होने और बाजारों में सस्ती चायना डोर के आने से चायनीज मांझे की डिमांड बढ़ गई है।