-जाम से छूटकारे को लेकर दीवारों पर अपील लिख जनता का हल्ला बोल, वोट न देने की बोल रहे बात
शुक्लागंज -उन्नाव। लोकसभा चुनाव की तिथि घोषित होते ही जहाँ प्रत्याशी अपनी जीत के लिए जनता के बीच जा रहे है वहीँ इसबार जनता भी विकास के साथ-साथ समस्यायों के मुद्दों को लेकर पूरी तरह तैयार दिख रही है। 150 साल पुराना अंग्रेजो के समय तैयार हुआ गंगाघाट का बंद पड़ा पुराना गंगापुल इस बार नगर के लिए सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा बनता जा रहा है। बंद पड़े पुराने पुल और नवीन गंगापुल पर आये दिन जाम से जूझ रहीं जनता द्वारा आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सरकार और प्रत्याशियो से अपनी समस्याओं को दीवारों पर अपील के माध्यम से हल्ला बोल करती दिखाई दे रहीं है। “साक्षी महाराज हो या हो अन्नू टंडन, जो खुलवाएग पुल उसका होगा अभिनन्दन ” व “गंगाघाट की जनता करे पुकार, पुल के जाम से छुटकारा दो सरकार” जैसे स्लोगन दिवार पर लिखकर जनता द्वारा प्रत्याशियों से लेकर सरकार तक अपील की जा रहीं है।
बोली जनता: समस्या से नहीं मिली निजात तो नहीं देंगे वोट
बंद पड़े पुराने गंगापुल को लेकर नगर के रहने वाले रतन पाण्डेय व सोमू गुप्ता ने बताया कि आये दिन कभी बच्चों के स्कूल को लेकर तो कभी नौकरी व जरुरी कार्य को लेकर नवीन गंगापुल पर जाम कि समस्या से जूझना पड़ता हैँ। जबकि पुराना गंगापुल करीब 3 वर्षों से बंद पड़ा हुआ हैँ। नगर कि जनता आये दिन जाम कि समस्या से जूझती हैँ जिसको लेकर सभी समाचार पत्रों द्वारा भी मुद्दा उठाया गया पर किसी भी अधिकारी व जनप्रतिनिधियों ने ध्यान नहीं दिया। इस बार लोकसभा चुनाव में जनता को मौका मिला है यदि समस्या का समाधान नहीं हुआ तो इसबार नगर कि जनता वोट नहीं करेगीं जिसके लिए अपील की गयी हैँ। जिसमे 2 बार से लगातार जीत रहे सांसद और तीसरी बार फिर से प्रत्यासी बने साक्षी महाराज और सपा प्रत्याशी अन्नू टंडन से पुल खुलवाने को लेकर दिवार पर स्लोगन लिखा गया हैँ।
बंद पड़े पुल को पिकनिक स्पॉट बनाने की तैयारी
जर्जर होने के कारण बंद पड़े पुराने गंगापुल को नगर निगम कानपुर पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित करेगा। पुराने पुल को नया रूप देने के साथ ही यहां स्टॉल बनाए जाने का प्रस्ताव तैयार हो चुका है। इसी को लेकर नगर आयुक्त ने कुछ दिन पूर्व अन्य अधिकारियों के साथ पुल का निरीक्षण किया था और अतिक्रमण हटाकर सफाई के निर्देश दिये । नगर आयुक्त शिवशरणप्पा जीएन, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर अमित सिंह डूडा, के परियोजना अधिकारी तेज कुमार जोनल स्वच्छता अधिकारी मनोज पाल आदि के साथ निरीक्षण करने गंगापुल पर पहुँचे थे और पुल पर स्टालों के कॉटन के लिए परियोजना अधिकारी को नियम अनुसार सूची तैयार करने के निर्देश दिये थे।
करीब ढाई साल से बंद पड़ा है गंगापुल
150 साल पुराना शुक्लागंज गंगापुल करीब ढाई साल से बंद पड़ा है। पिलरों मे आयी दरारों के कारण लोगों की सुरक्षा को देखते हुए पुल को खतरा मानते हुए पीडब्लूडी के द्वारा इसे बंद कर दिया गया था। शुक्लागंज और कानपुर दोनो छोर पर दिवार उठा दी गई।
ईस्ट इण्डिया के इंजीनियरों ने किया था तैयार
अंग्रेजो ने कानपुर को उन्नाव -लखनऊ से जोड़ने के लिए 1875 मे पुल का निर्माण कराया था। निर्माण ईस्ट इंडिया के इंजिनियरों ने कराया था। इसे बनाने मे 7 साल 4 महीने लगे थे। मैस्कर घाट पर प्लांट लगाया गया था। अंग्रेजो ने यातायात के लिए पुल का निर्माण कराया था जबकि इसी पुल के करीब ही ट्रेनों के संचालन के लिए 1910 मे रेलवे ब्रिज बनवाया था।
- जानकारी अनुसार 22 हजार चौपहिया -दोपहिया समेत 1.25 लाख लोग इस पुल से गुजरते थे। 12 मीटर चौडाई और 1.38 किलोमीटर के पुल पर लोगों का आवागमन होता था।