डायरी से खुलेगा लारैब हाशमी के आतंकी कनेक्शन का राज?

इलेक्ट्रिक सिटी बस में जेहादी जिंदा है और अल्लाह-हू-अकबर का नारा लगाकर कंडक्टर हरिकेश पर हमला करने की तफ्तीश में जुटी सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस को अहम जानकारी मिली है।

अब तक छानबीन से साफ हुआ है कि आरोपित बीटेक छात्र लारैब हाशमी का हमला ‘लोन वुल्फ अटैक’ था। यह तरीका आतंकी अपनाते हैं, जो अकेले ही कई शख्स को मारने के लिए करते हैं। अभियुक्त पाकिस्तान के रिजवी नामक मौलाना की तकरीरें ज्यादा सुनता था। जिस कारण वह धर्म के लिए कुछ भी कर गुजरने की चाहत रखता है।

ऐसे कई तथ्य सामने आने के बाद एटीएस, आइबी और पुलिस की टीम रविवार को भी पूछताछ में जुटी रही। अस्पताल में आरोपित और थाने पर उसके रिश्तेदार, दोस्त, सहपाठियों से तमाम सवाल किए गए। इसके साथ ही आरोपित के घर से बरामद पेन ड्राइव, कंप्यूटर, मोबाइल समेत अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरण को जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेज दिया गया है।

कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक अभिरक्षा में भेजा
उधर, कोर्ट ने अभियुक्त को 14 दिनों के लिए न्यायिक अभिरक्षा मंजूर की है, मगर घायल होने के कारण लारैब अस्पताल में भर्ती है। शुक्रवार सुबह इंजीनियरिंग कालेज जाते वक्त जेहादी जिंदा है का नारा लगाते हुए लारैब ने इलेक्ट्रिक सिटी बस के कंडक्टर हरिकेश पर चापड़ से हमला कर दिया था।

बचाव करने पर साथी कंडक्टर नंदन यादव को भी मारकर घायल कर दिया था। बस से उतरने के बाद अभियुक्त ने सेल्फी वीडियो भी बनाया था, जिसमें उसने कंडक्टर को मारने की बात कही। इसके साथ ही दूसरे धर्म के लोगों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए अपने धर्म के लोगों को भी उकसाया था।

आतंकी कनेक्शन की आशंका शनिवार को वाराणसी से एटीएस की टीम यहां पहुंची और फिर पुलिस व दूसरी सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर छानबीन शुरू की। आरोपित के घर से कंप्यूटर, डायरी, बैंक पासबुक सहित तमाम दस्तावेज जब्त किए गए थे।

रविवार को सुरक्षा एजेंसियों ने अभियुक्त की मनोदशा, व्यवहार को समझने और उसकी हरकतों के आधार पर पाया कि उसका हमला सेल्फ मोटीवेटेड और लोन वुल्फ अटैक था।

क्या होता है लोन वुल्फ अटैक
लोन वुल्फ अटैक में एक अकेला शख्स ही पूरी वारदात को अंजाम देता है। इस अटैक में आतंकी रोजाना उपयोग में लाई जानी वाली चीजों का प्रयोग करता है। हमले का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाना होता है। इस अटैक में छोटे हथियार चाकू, चापड़ जैसे अन्य का उपयोग किया जाता है। कुछ साल पहले गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों पर भी मुर्तजा नामक शख्स ने लोन वुल्फ अटैक किया था।

डायरी से सामने आएगी आतंकी कनेक्शन की सच्चाई
लारैब के घर से इलेक्ट्रानिक उपकरण के साथ ही पांच डायरी भी बरामद की गई है। सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस उन डायरी के पन्ने पलट रहीं हैं ताकि आतंकी कनेक्शन की आशंका की सच्चाई सामने आ सके। इलेक्ट्रानिक उपकरणों की जांच से भी अहम इनपुट मिल सकता है।वहीं, देर शाम लारैब को एसआरएन से जिला कारागार अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।

घरवाले अभी तक फरार
बस कंडक्टर पर हमला करने और उसके बाद पुलिस मुठभेड़ में गोली लगने की घटना का पता चलने के बाद लारैब के अब्बा-अम्मी सहित परिवार के सभी सदस्य फरार हो गए। रविवार को सोरांव पुलिस उसके घर पहुंची तो ताला लटका मिला। पड़ोसी भी उनके बारे में कुछ खास जानकारी नहीं बता सके। पुलिस का कहना है कि लारैब के बयानों को क्रास चेक किया जा रहा है। परिवार वालों से भी जल्द ही पूछताछ की जाएगी।

माफिया अतीक का भी फैन
सहपाठियों से पूछताछ में पता चला है कि लारैब अक्सर माफिया अतीक का नाम लेता था। वह माफिया की तरह ही अपने सिर पर सफेद रंग का गमछा बांधता था। इस आधार पर माना गया है कि लारैब हाशमी अतीक का फैन था। वह भी जल्द समय में अपना नाम कमाना चाहता था। हालांकि अभियुक्त ने पूछताछ में इस बारे में कोई बात नहीं बोली है।

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