कोई व्हीलचेयर से तो कोई नंगे पैर ही पदयात्रा कर जा रहे अयोध्या धाम

रामसनेहीघाट बाराबंकी। मन में विश्वास प्रभु से मिलन की आस लिए दोनों पैरों से दिव्यांग गोरख त्यागी अपने मित्र के साथ हापुड़ से अयोध्या मे रामलला प्राण प्रतिष्ठा का साक्षी बनने के लिए व्हीलचेयर से निकल पड़े हैं।
गुरुवार को लखनऊ अयोध्या राजमार्ग पर धरौली मोड़ के निकट विकलांग चेयर से यात्रा कर रहे गोरख त्यागी बताते हैं कि भगवान राम की आस्था तथा प्राण प्रतिष्ठा के दौरान अयोध्या में मौजूदगी का मोह लेकर 4 जनवरी को हापुड़ से अपने मित्र यशवंत त्यागी के साथ अयोध्या की यात्रा के लिए निकले हैं। वह बताते हैं कि एक दुर्घटना के दौरान उनके दोनों पैर कट गए थे लेकिन उसके बावजूद जीवन सुरक्षित रहा और आज वह मार्बल्स का व्यापार कर रहे हैं जहां पर कई लोग काम भी करते हैं। इसके लिए वह भगवान राम को ही धन्यवाद देते हैं वह बताते हैं कि यात्रा के दौरान रास्ते में पडने वाले मंदिरों में रात्रि निवास करके सुबह फिर अपने मित्र के साथ यात्रा के लिए निकल पड़ते हैं। इसी प्रकार कर्नाटक के नागराज कानपुर तक आने के बाद अब पैदल नंगे पांव अयोध्या जा रहे हैं जबकि रामपुर के संजू 11 जनवरी को राम नाम की धुन रटते हुए पैदल अयोध्या जा रहे हैं।

श्रद्धालुओं के स्वागत में राजमार्ग से लेकर कस्बे तक तैयार

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जा रहे श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए अहमदपुर टोल प्लाजा से लेकर ताला मोड़ तक सभी होटल ढाबे पेट्रोल पंप के साथ ही जगह-जगह लगी राम मंदिर के होर्डिंग केसरिया झंडे लगाए गए हैं सड़कों की सफाई के लिए सैकड़ो की संख्या में सफाई कर्मी तथा सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मी तैनात दिख रहे हैं।

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