हमीरपुर : चित्रकूट धाम मंडल में भारतीय डाक विभाग द्वारा एक वर्ष पहले हुई ब्रांच पोस्ट मास्टर (बीपीएम) की भर्ती प्रक्रिया में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। इनमें कई जालसाजों ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर नौकरी हासिल की थी। जांच में 24 मामले पकड़े गए हैं। जिनकी सेवा समाप्ति की तैयारी चल रही है। वहीं अब तक 18 ब्रांच पोस्ट मास्टर की सेवाएं समाप्त कर उनसे वसूली की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जिसमें हमीरपुर उपमंडल के चार ब्रांच पोस्ट मास्टर शामिल हैं।
चित्रकूट धाम मंडल बांदा में भारतीय डाक विभाग ने वर्ष 2023 में ब्रांच पोस्ट मास्टर की भर्ती निकाली गई थी। इसमें मेरिट के आधार पर अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी गई थी। नौकरी पाने वालों को मंडल के महोबा, हमीरपुर, बांदा व चित्रकूट के डाक घर व उप डाकघर में तैनात कर दिया गया था। नौकरी पाने के बाद यह ब्रांच पोस्ट मास्टर सैलरी भी लेते रहे। इसी दौरान डाक विभाग को इस भर्ती के गोलमाल की शिकायत मिलीं। जिसके बाद मामले की जांच शुरू हुई।
नवनियुक्त ब्रांच पोस्ट मास्टर के प्रपत्रों का सत्यापन किया गया तो कई लोगों की मार्कशीट जाली पाई गईं। इसके बाद भारतीय डाक विभाग हरकत में आ गया और फर्जी तरीके से नौकरी हथियाने वाले 18 पोस्ट मास्टरों की सेवाएं अब तक समाप्त कर दी गई हैं। जिसमें हमीरपुर उपमंडल में चार पोस्टमास्टर शामिल हैं। जो फर्जी मार्कशीट लगाकर नौकरी कर रहे थे। इन चारों की सेवा समाप्त कर उनसे डिवाइस व मशीनें आदि लेते हुए चार्ज लेकर उनको कार्य मुक्त कर दिया गया है। कार्यमुक्ति के बाद विभाग इन बीपीएम से वसूली की तैयारी में भी जुट गया है। विभाग की ओर से की गई इस बड़ी कार्रवाई से विभाग के अन्य कर्मियों में अफरा तफरी मची हुई है। वहीं चित्रकूट धाम मंडल बांदा के डाक अधीक्षक गय्यूर खान का कहना है कि मामला संज्ञान में है। इसकी जांच चल रही हैं। इससे ज्यादा अभी कुछ नहीं बताया जा सकता है।
फर्जी मार्कशीट लगाकर पाई थी बीपीएम की नौकरी
सेवा समाप्त किए गए बीपीएम ने फर्जी मार्कशीट लगाकर डाकघर की इस नौकरी को हासिल किया था। जो कि जांच के बाद फर्जी मिली और विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इनकी सेवाएं समाप्त कर दीं। विभाग अन्य कर्मियों के भी दस्तावेजों की जांच में जुटा है।