हमीरपुर : बुंदेलखंड में हरे वृक्षों की कटान पर भाजपा के पूर्व सांसद गंगाचरण राजपूत मुखर होकर सामने आए हैं। शिकायत के बाद अब वह सोमवार से लखनऊ में धरना प्रदर्शन करने जा रहे हैं। हमीरपुर महोबा लोकसभा सीट के पूर्व सांसद मानते हैं कि बुंदेलखंड में हरे वृक्षों की अवैध कटान से देवीय आपदाओं का प्रकोप बढ़ा है। इससे किसान तबाह हो रहा है और पर्यावरण संतुलन गड़बड़ा रहा है।
बीते शुक्रवार को वह प्रदेश के मुख्य वन संरक्षक से लखनऊ में मिलकर मुख्यमंत्री को विगत में दिए गए शिकायत के प्रति सौंपकर अवैध कटान को रोकने की मांग की है। मुख्य वन संरक्षक ने दो दिन में हरे वृक्षों की अवैध कटान रोके जाने के साथ लकड़ी के डंपों की जांच करने का आश्वासन दिया है। इसके बाद पूर्व सांसद ने सोमवार को लखनऊ में धरना प्रदर्शन का ऐलान किया है। वहीं दूसरी तरफ हमीरपुर महोबा में अवैध लकड़ी कटान का कस्बा सुमेरपुर हब बना हुआ है। यहां से प्रतिदिन औसतन 50 ट्रक लकड़ी बाहर भेजी जाती है। पूरे जिले से करीब 100 ट्रक लकड़ी बाहर भेजी जा रही है। इसमें पुलिस, मंडी परिषद से लेकर वन विभाग की मिली भगत है।
कमाल की बात यह है कि जलाऊ लकड़ी की आड़ में यहां से टिंबर वाली लकड़ी का बड़े पैमाने पर व्यापार करके जीएसटी चोरी की जा रही है। पकड़े जाने पर यह जुर्माना भरकर निकल लेते हैं। मंडी परिषद के अनुसार मंडी शुल्क डेढ़ प्रतिशत है। जबकि जलाऊ लकड़ी में जीएसटी शून्य है। कस्बा सुमेरपुर में इस समय जिले के अलावा महोबा, बांदा, जालौन से लकड़ी लाकर खपाई जा रही है। वन क्षेत्र अधिकारी इफ्तार खान ने बताया कि बबूल एवं विलायती बबूल की लकड़ी छूट प्रजाति में आती है। इसके कारोबार का उनके विभाग से लाइसेंस नहीं जारी होता है। मंडी सचिव नितिन कुमार गौतम ने बताया कि मई माह में टिंबर एवं जलाऊ लकड़ी के 411 गेटपास जारी किए गए हैं। जिसमें जलाऊ के 262 व टिंबर के 149 गेटपास शामिल है। इन गेटपासों के माध्यम से 98321 क्विंटल लकड़ी बाहर भेजी गई है।