अगले तीन महीने तक इंडिगो एयरलाइन के 30 से आदिक प्लेन नहीं भर सकेंगे उड़ान…

घरेलू विमानन बाजार की सबसे बड़ी एयरलाइंस कंपनी इंडिगो को लेकर बड़ी खबर आई है. कंपनी के 35 एयरक्राफ्ट अगले तिमाही से उड़ान नहीं भर पाएंगे. मंगलवार को कंपनी ने शेयर बाजार को दी गई जानकारी के मुताबिक कहा है कि इंजन देने वाली कंपनी प्रैट एंड व्हिटनी (Pratt & Whitney) से इंजन पाउडर मेटल के मुद्दे के कारण जनवरी से मार्च की तिमाही में इंडिगो के 35 विमानों का संचालन बंद हो जाएगा.

पहले भी कई विमानों का संचालन हो चुका है बंद
गौरतलब है कि वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में इंडिगो के लिए 35 विमानों का संचालन बंद होना एक बड़ा झटका साबित हो सकता है क्योंकि इससे पहले भी कंपनी के 40 एयरक्राफ्ट के ऑपरेशन पर असर पड़ा है. इंजन सप्लाई करने वाली कंपनी प्रैट एंड व्हिटनी से कई मतभेद और होने और इंजन पाउडर मेटल के मुद्दे पर पहले ही 40 एयरक्राफ्ट के संचालन पर बुरा असर पड़ा है. ध्यान देने वाली बात ये है कि सितंबर में खत्म हुए तिमाही में इंडिगो के पास 334 एयरक्राफ्ट ऑपरेशनल स्थिति में थे. ऐसे में अगली तिमाही में 35 विमानों के संचालन रुकने से कंपनी को भारी नुकसान हो सकता है. इसके साथ ही एयरलाइंस के ऑपरेशन समीक्षा पर भी इसका बुरा असर पड़ेगा.

क्या है इंजन में दिक्कत?
प्रैट एंड व्हिटनी (Pratt & Whitney) की मूल कंपनी RTX Corporation ने अपनी जांच में कुछ इंजनों में हो रही दिक्कतों के बारे में पता चला था. कंपनी ने इसकी जानकारी पहली बार जुलाई में दी थी. कंपनी ने अपनी जांच में पाया है गियर वाले टर्बोफैन इंजन को बनाने में यूज होने वाले मेटल पाउडर में कुछ कमियां पाई गई है. इस कारण इंजन में दरार तक हो सकती है. ऐसे में इस कमी को उजागर होने के बाद इस इंजन वाले कई एयरक्राफ्ट की उड़ान को बंद कर दिया गया है. इसमें इंडिगो के कई एयरक्राफ्ट शामिल हैं.

इंडिगो ने कही यह बात
इंडिगो ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि प्रैट एंड व्हिटनी के इंजनों में दिक्कत के कारण कंपनी को 2023 से 2026 के बीच दुनियाभर में 600 से 700 एयरक्राफ्ट के इंजन को बदलना होगा. साल 2023 से 2024 के बीच दो तिहाई इंजन को रिप्लेस करने की योजना है.

पहले भी कई विमानों का संचालन हो चुका है बंद
गौरतलब है कि वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में इंडिगो के लिए 35 विमानों का संचालन बंद होना एक बड़ा झटका साबित हो सकता है क्योंकि इससे पहले भी कंपनी के 40 एयरक्राफ्ट के ऑपरेशन पर असर पड़ा है. इंजन सप्लाई करने वाली कंपनी प्रैट एंड व्हिटनी से कई मतभेद और होने और इंजन पाउडर मेटल के मुद्दे पर पहले ही 40 एयरक्राफ्ट के संचालन पर बुरा असर पड़ा है. ध्यान देने वाली बात ये है कि सितंबर में खत्म हुए तिमाही में इंडिगो के पास 334 एयरक्राफ्ट ऑपरेशनल स्थिति में थे. ऐसे में अगली तिमाही में 35 विमानों के संचालन रुकने से कंपनी को भारी नुकसान हो सकता है. इसके साथ ही एयरलाइंस के ऑपरेशन समीक्षा पर भी इसका बुरा असर पड़ेगा.

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