हमीरपुर : जिलेभर में धूमधाम से संविधान दिवस मनाया गया। अधिकारियों ने जहां अपने अधीनस्थों को संविधान उद्देशिका का पाठ कराते हुए शपथ दिलाई। वहीं विभिन्न संगठन के लोगों ने संविधान के महत्व के बारे में बताते हुए संविधान निर्माता डा.भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा में माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। संविधान दिवस के मौके पर कलेक्ट्रेट स्थित कलाम सभागार में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर जिलाधिकारी राहुल पांडेय ने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को शपथ दिलाई और संविधान की उद्देशिका का पाठ कराया। इसी तरह से पुलिस कार्यालय में एसपी डा.दीक्षा शर्मा ने सभी पुलिस कर्मियों को शपथ दिलाते हुए संविधान के बारे में बताया और संविधान की उद्देशिका पढ़ी। इस मौके पर सीओ ट्राफिक घनश्याम सिंह समेत अन्य लोग मौजूद रहे। मुख्यालय में आयोजित एक गोष्ठी में कोरी समाज के प्रदेश अध्यक्ष डा.सुरेश कुमार ने बताया कि भारतीय संविधान बनाने की प्रथम बैठक 9 दिसंबर 1946 को संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में हुई और प्रस्ताव 13 दिसम्बर 1946 को पारित हुआ। जिसके अध्यक्ष डा.राजेंद्र प्रसाद थे और प्रारूप समिति के अध्यक्ष डा.भीमराव आंबेडकर थे। संविधान दो वर्ष 11 महीने 18 दिन में बनकर तैयार हुआ। जिसका गठन एक जुलाई 1949 को हुआ और 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ। इस मौके पर जिला अध्यक्ष ने कहा आज हम व हमारा समाज जो आगे बढ़ रहा है यह सब बाबा साहब की देन है। इस मौके पर मुकेश तूफानी, रामबाबू, रामहेत अनुरागी, घसीटेलाल कुटार, हरीबाबू समेत अन्य लोग मौजूद रहे। संचालन रामबाबू जिला उपाध्यक्ष ने किया। वही राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय में प्रधानाचार्य मंगला प्रसाद ने डॉ. भीमराव अंबेडकर का जीवन परिचय देकर सभी को उनके दिखाए गए मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। भौतिक विज्ञान प्रवक्ता राजेंद्र प्रकाश ने संविधान सभा के निर्माण से लेकर संविधान संकल्प के विभिन्न नितिगत अनुच्छेद पर प्रकाश डाला। इतिहास प्रवक्ता कु. गीता ने संविधान की प्रस्तावना में विशेष रूप से छात्रों को बताया कि संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। जो सभी भारतीयों को एकजुटता में बांधता है।