हरिद्वार। गंगा दशहरा पर्व पर रविवार को तीर्थनगरी हरिद्वार में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा। देश के कई राज्यों से आए लाखों श्रद्धालुओं ने हरकी पैड़ी समेत गंगा के विभिन्न घाटों पर पुण्य की डुबकी लगाई।
भीड़ के कारण तीर्थनगरी जाम से हलकान रही। भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। साथ ही यातायात प्लान भी लागू किया था, लेकिन भीड़ के आगे यातायात प्लान धराशायी हो गया। अल सुबह से आरम्भ हुआ स्नान का सिलसिला अनवरत जारी है।
भीड़ का आलम यह था की चारों ओर गंगा घाटों, बाजारों और राजमार्ग पर केवल भीड़ ही भीड़ नजर आई। गंगा स्नान करने के पश्चात लोगों ने दान-पुण्य आदि कर्म किए। आज ही पर्वतीय क्षेत्रों से आई देव डोलियों ने भी हरकी पैड़ी पर स्नान किया।
पं. देवेन्द्र शुक्ल शास्त्री के मुताबिक गंगा दशहरा पर्व पर गंगा स्नान करने से दस प्रकार के पापों का नाश हो जाता है। इस दिन दस प्रकार की वस्तुओं का दान करने का भी महत्व है। इसी कारण लोगों ने गंगा स्नान कर दान-पुण्य आदि कर्म किए। श्रद्धालुओं ने अपने पितरों के निमित्त श्राद्ध-तर्पण आदि कर्म भी किए। मान्यता है कि गंगा दशहरा पर पितरों के नितित्त कर्म करने से उनको सद्गति की प्राप्ति होती है।
पुलिस प्रशासन ने मेला सकुशल सम्पन्न कराने के लिए पूरे मेला क्षेत्र को 10 जून और 26 सेक्टर में बांटा है। भीड़ को देखते हुए अपर पुलिस अधीक्षक 05, पुलिस उपाधीक्षक 09, निरीक्षक, थानाध्यक्ष 18, उप निरीक्षक, अपर उप निरीक्षक 63, हे. कांस्टेबल, कांस्टेबल 272, महिला कांस्टेबल 33, टीआई 01, उप निरीक्षक, अपर उप निरीक्षक 07, हे. कांस्टेबल, कांस्टेबल टीपी 14, ड़ॉग स्कवॉड़ 02 टीम, फायर टेन्डर मय यूनिट 04, घुड़सवार दल 01 टीम, फ्लड़ कम्पनी 01, जल पुलिस 06 टीम, प्लाटून, पीएसी 04 कम्पनी तैनात की गई थी। इसी के साथ पुलिस प्रशासन ने यातायात प्लान लागू किया था, लेकिन भीड़ के कारण पुलिस प्रशासन का यातायात प्लान धराशायी हो गया। चारों ओर सड़कों व गंगा घाटों पर भीड़ ही भीड़ नजर आई। हालात यह थे कि लोग घंटों जाम में फंसे रहे। जाम में फंसने के कारण भीषण गर्मी के चलते बच्चों और बुजुर्गों को सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ा।