नियम कानून को दरकिनार कर दबंग ने बनाया पांच मंजिला मकान

अधिशाषी अधिकारी ने भेजी नोटिस तो चेयरमैन को दबंगो ने बनाया अपना निशाना

बाराबंकी। नियम कानून को दरकिनार रख अपनी मनमानी करने वाले नगर पंचायत फतेहपुर के कुछ दबंगो ने नगर पंचायत चेयरमैन को अपनी साजिष का षिकार बना लिया। एक तरफ जहां दबंगो द्वारा नगर पंचायत की आंखो में धूल झोंक कर मनमाना निर्माण करवाया और जब उस अवैध निर्माण के विरुद्ध अधिषाषी अधिकारी ने नोटिसें भेजी तो मामला चर्चा में आ गया। नगर पंचायत चेयरमैन ने उच्चाधिकारियों को पत्र भेजकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। नगर पंचायत चेयरमैन फतेहपुर इरषाद अहमद कमर ने बताया कि नगर पंचायत कार्यालय से कस्बे के एक दबंग ने दो मंजिला मकान बनाने के लिए नक्षा पास करवाया था लेकिन नियम कानून को दरकिनार रखकर उक्त दबंग ने पांच मंजिला मकान का अवैध निर्माण करवा डाला। इस सम्बन्ध मंे जब अधिषाषी अधिकारी को जानकारी हुई तो उन्होने दबंग को नोटिस भेज करके स्पष्टीकरण मांगा। लेकिन नोटिस का जवाब उक्त दबंग ने नही दिया। चेयरमैन इरषाद अहमद कमर ने आगे बताया कि कस्बे के रहने वाले बसपा के एक नेता का मकान पिछले वर्ष धमाके से ध्वस्त हो गया था। जिसके नीचे दबकर कई लोगों की जान चली गयी थी।

उक्त बसपा नेता ने अपने घर के सदस्यों का हक मारने की खातिर एक परिवार रजिस्टर नकल बनवाने जाता था लेकिन जब जांच मेें पता चला तो नगर पंचायत से उक्त कार्य नही हुआ। इसी तरह से नगर के कई लोग जबरदस्ती मुझ पर दबाव बना करके अपनी मनमानी करना चाहते हैं। चेयरमैन इरषाद अहमद कमर ने यह भी बताया कि इन लोगों ने एक पखवारा पूर्व मेरे आवास पर आकर मुझसे सौदेबाजी करनी चाही थी और यह कहा था कि दस लाख रुपये ले लो और हम लोगों का काम नगर पंचायत कार्यालय से करवा दो। चेयरमैन ने आगे बताया कि मैने उक्त ऑफर ठुकरा दिया और वहां से उन लोगों को घर से बाहर निकाल दिया। उसके बाद से लगातार कस्बे के रहने वाले यह दबंग लोग मेरे छवि को धूमिल करने के लिए लगातार साजिष रच रहे हैं। उन्होने यह भी कहा कि नगर पंचायत कार्यालय मंे जो भी कार्य सही होते हैं उनको ही करवाया जाता है। शायद मेरी यही ईमानदारी नगर के कुछ दबंगो को रास नही आ रही है। चेयरमैन ने उच्चाधिकारियों को पत्र भेज करके कार्यवाही की मांग की है। गौरतलब हो कि जब से नगर पंचायत फतेहपुर चेयरमैन की कुर्सी पर इरषाद अहमद कमर बैठे हैं उसके बाद से ही नगर पंचायत में कई मुद्दे खुलकर सामने आये हैं। कुछ लोगों ने चेयरमैन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर षिकायते की थी तो कुछ ने अपना मनचाहा काम न बन पाने के कारण षिकायतों और मुकदमों का सिलसिला भी शुरु कर दिया है। यह तो जांच पड़ताल के बाद ही पता चलेगा कि इसमें कितनी सच्चाई है।

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