सेना की गाड़ी पर हुए आतंकी हमले में पांच जवान शहीद

जम्मू। जम्मू में बीते दिन आतंकियों के हमले में पांच जवान बलिदान हो गए। जबकि इस आतंकी हमले में दो जवान घायल भी हो गए थे। आतंकी हमले के बाद राजनीति भी शुरू हो गई है। इसी बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और सांसद फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीर में अब भी आतंकवाद कायम है।

कश्मीर में अब भी आतंकवाद कायम-फारूक अब्दुल्ला
उन्होंने कहा -“…आज भी जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद है, बस एक घटना हुई है। आतंकवाद खत्म नहीं हुआ है। वे (केंद्र सरकार) केवल कश्मीर में पर्यटन बढ़ाने की बात कर रहे हैं। भले ही एक पर्यटक गोली खाओगे, कोई नहीं आएगा यहाँ…”

महबूबा मुफ्ती ने सोशल मीडिया पर लिखी ये बात
वहीं जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की मुखिया महबूबा मुफ्ती ने पुंछ में हुए आतंकी हमले को लेकर एक पोस्ट को रिट्वीट करते हुए कहा कि घटना पर शोक जताया। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा – “भयानक खबर. इस कायरतापूर्ण हमले की निंदा करें. उनके परिवारों और प्रियजनों के प्रति गहरी संवेदना।”

राहुल गांधी ने कहा-शहीदों के शोकाकुल परिवारों को मेरी गहरी संवेदनाएं
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अपने एक्स पर लिखा- जम्मू कश्मीर के राजौरी में हुए कायराना आतंकी हमले में हमारे जवानों की शहादत की खबर बहुत दुखद है। भारत की रक्षा में उनका यह सर्वोच्च बलिदान देश सदा याद रखेगा। इस कठिन समय में शहीदों के शोकाकुल परिवारों को मेरी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।

कायराना हमले की जितनी निंदा की जाए, कम-प्रियंका गांधी
प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस घटना पर अपने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा- जम्मू-कश्मीर में सेना के काफिले पर हुए आतंकी हमले में हमारे वीर जवानों के शहीद होने का समाचार अत्यंत दुखद है। इस कायराना हमले की जितनी निंदा की जाए, कम है। आतंक और हिंसा के खिलाफ पूरा देश एकजुट है। बहादुर जवानों की शहादत को विनम्र श्रद्धांजलि। देश हमेशा उनका और उनके परिवार का ऋणी रहेगा। शोक-संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं।

संजय राउत ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना
शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा, पुंछ में कल हुआ आतंकवादी हमला पुलवामा हमले की पुनरावृत्ति है। सरकार सो रही है। क्या आप (भाजपा) फिर से हमारे जवानों के बलिदान पर राजनीति करना चाहते हैं? क्या आप 2024 में फिर से वोट मांगना चाहते हैं जैसा आपने पुलवामा आतंकी हमले के बाद 2019 में किया था? अगर हमने पुंछ घटना पर सवाल पूछा तो वे हमें दिल्ली या देश से बाहर निकाल देंगे।

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