लखनऊ। काकोरी के हाता हजरत साहब वार्ड में मंगलवार देर रात 48 वर्षीय मुशीर के मकान में शार्ट सर्किट से आग लग गई। आग की तपिश से कमरे में रखा सिलेंडर फट गया, जिससे कमरे की छत और दीवार ढह गई। हादसे में मुशीर, उनकी पत्नी और तीन भांजियों व भतीजी की मौत हो गई, जबकि तीन बेटियां और बहनोई गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायलों को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। डीसीपी पश्चिम डा. दुर्गेश कुमार ने बताया कि प्राथमिक जांच में शार्ट सर्किट से आग लगने की पुष्टि हुई है। आग की चपेट में आने से सिलेंडर फटा है।
मुशीर जरदोजी का काम करते थे। मंगलवार रात वह पहले तल पर कमरे में 45 वर्षीय पत्नी हुसना बानो, बेटी हुमा, लकब, इंशा और अनम के साथ सोए थे। वहीं, नीचे के कमरे में बहनोई अमजत उनकी दो साल की बेटी हिना, चार वर्षीय हुमा और सात वर्षीय भतीजी रइया सोई थी। इस बीच मुशीर के कमरे में शार्ट सर्किट से आग लग गई और सिलेंडर में विस्फोट हो गया। विस्फोट से कमरे की छत और दीवार ढह गई।
वहीं, अजमत के कमरे का भी एक हिस्सा गिर गया। पड़ोसियों ने आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू किए। बाद में दमकल कर्मियों और पुलिस ने सभी को निकालकर ट्रामा सेंटर ले जाया गया। ट्रामा सेंटर में डाक्टरों ने मुशीर, उनकी पत्नी हुसनाबानो, भांजी हिना, हुमा और भतीजी रइया को मृत घोषित कर दिया।
वहीं, बहनोई अजमत, मुशीर की बेटी लकब, इंशा और अनम की हालत नाजुक है। परिवारीजन ने बताया कि मुशीर घर पर ही जरी जरदोजी का कारखाना चलाते थे। मुशीर के ही मकान में उसका भाई भी रहता है। मुशीर पहले तल पर बने कमरे में रहते थे। दो दिन पहले उनके बहनोई अपने परिवार के साथ आए थे।