हैदरगढ़ बाराबंकी। किसानों की आय दोगुना करने के उद्देश्य से सरकार द्वारा तरह-तरह के प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं। कृषि उत्पादन को बढ़ाने और खाद्य सुरक्षा को सुधारने पर जोर दिया जा रहा है। इसी क्रम में कृषि विज्ञान केंद्र हैदरंगढ़ पर
किसानो की आय दोगुनी करने के लिए एकीकृत कृषि प्रणाली विषय पर पाँच दिवसीय कार्यक्रम दिनांक 24/06/2024 से 28/06/2024 तक कराया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य यह है कि किस प्रकार किसान एकीकृत कृषि प्रणाली अपनाकर अपनी आय दोगुना कर सकते हैं। कृषि प्रसार वैज्ञानिक डा रूपन रघुवंशी ने बताया कि किसानों को परंपरागत कृषि छोड़कर अपनी खेती में फसल विविधीकरण अपनाना चाहिए, जिसमें को उन्हें फसलों साथ-साथ फलों, सब्जियों, तिलहन एवं दलहन फसलों की भी खेती करनी चाहिए जिससे उन्हें ज्यादा आमदनी प्राप्त होगी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुये वरिष्ठ वैज्ञानिक अश्वनी कुमार सिंह ने कहा कि किसानों को फसल अवशेष प्रवर्धन जरूर अपनाना चाहिए। यह मिट्टी के ऑर्गेनिक मैटर को बढ़ाता है और लागत को कम करता है जिससे किसानो को मुनाफा होता है। साथ ही साथ अश्वनी सिंह ने किसानों के साथ सब्जियों की खेती से संबंधित नवीनतम जानकारी साक्षा की। कार्यक्रम का समापन किसानों को प्रमाण पत्र एवं अरहर के बीज वितरण के साथ हुआ। इस अवसर पर गंगा देवी राठौर बृजेश त्रिपाठी रामखेलावन मनोज मनोरमा देवी गीता आदि मौजूद रहे।