चौपाइयों से प्रफुल्लित हो रही है प्रेमदास कुटी की यज्ञशाला

हैदरगढ़ बाराबंकी। 108 महंत श्री लालता दास जी महाराज के सानिध्य में ब्रह्मलीन बाबा प्रेमदास जी की कुटी पर आयोजित श्री रामचरितमानस सम्मेलन व यज्ञ कार्यक्रम में प्रतिदिन चौपाइयों से यहां की यज्ञशाला प्रफुल्लित दिखाई दे रही है। यज्ञशाला में हवन पूजन करने के लिए सैकड़ो की भीड़ उमड़ रही है।

हैदरगढ़ नगर में स्थित ब्रह्मलीन बाबा प्रेम दास जी की कुटी पर इस समय अध्यात्म एवं मंत्रो की वर्षा हो रही है। यहां पर प्रतिदिन श्री रामचरितमानस सम्मेलन में आए हुए विद्वानों के द्वारा मानस चर्चा की जा रही है। तो वहीं दूसरी ओर बने भव्य यज्ञशाला मंडप में हवन पूजन का कार्यक्रम भी लगातार जारी है। यज्ञशाला में चौपाइयों को मंत्र के रूप में उच्चारित करके हवन किया जा रहा है ।यज्ञशाला में आचार्य पंडित अभय त्रिपाठी, आचार्य पंडित भगवती प्रसाद जी, अखिलेश दास जी एवं शोभित त्रिपाठी मंत्री के साथ हवन पूजन को क्रियान्वित करवा रहे हैं। यहां पर प्रतिदिन चौपाइयों को मंत्र के स्वरूप में आत्मसात करके हवन किया जा रहा है।

सनद रहे की प्रतिदिन एक नवहान्य के माध्यम से यहां पर यज्ञ की प्रक्रिया को महंत लालता दास जी महाराज के चातुर्मास व्रत के समापन के अवसर पर अग्रसारित किया जा रहा है। प्रत्येक दिन यहां हवन करने वाले भक्तों की भारी भीड़ लग रही है ।तो वहीं दूसरी ओर सैकड़ो महिला पुरुष भक्तजन यज्ञशाला की परिक्रमा कर रहे हैं। सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि यज्ञशाला में हवन पूजन करने के लिए केवल भक्त की भक्ति पर ध्यान दिया जाता है ।इस पूरे कार्यक्रम में जितेंद्र मिश्र एवं महेंद्र मिश्रा तथा रोहित मिश्रा तथा विष्णु भाई का पूरा सहयोग मिल रहा है। जबकि स्वयं महंत 108 लालता दास जी महाराज यज्ञशाला का पूरा ध्यान रखते हैं। आज पांचवे दिन भी यज्ञशाला में हवन पूजन एवं मंत्रो के उच्चारण का कार्य चलता रहा। यज्ञ मंडप की यज्ञशाला में होने वाले हवन से एक अद्वितीय ऊर्जा का संचार कुटिया पर होता दिखाई देता है। आगामी 24 नवंबर को यहां पर पूर्ण आहुति का हवन पूजन कार्यक्रम संपन्न होगा।

आचार्य पंडित अभय त्रिपाठी ने बताया कि यज्ञशाला में अग्नि का प्रज्वलन मंत्रों के साथ किया गया है। जबकि यज्ञ में हवन एवं परिक्रमा का ग्रंथो में अत्याधिक महत्व बताया गया है।

बाक्स

विद्वानों ने की श्री रामचरितमानस की चर्चा

हैदरगढ़ बाराबंकी। ब्रह्मलीन बाबा प्रेमदास जी की कुटी पर श्री रामचरितमानस के आज पांचवे दिन विभिन्न स्थानों से पधारे मानस मर्मज्ञ विद्वानों ने श्री रामचरितमानस की चर्चा की। इस दौरान मानस मर्वज्ञ अजय शास्त्री एवं अंकित दास तथा अयोध्या से पधारे हुए पंडित दीनबंधु जी महाराज ने कहा कि श्री रामचरितमानस ऐसा ग्रंथ है जिसके वाचन से व्यक्ति के जीवन में अलौकिक बदलाव आता है। मानस विद्वानों ने बताया कि श्री रामचरितमानस से हमें मानव जीवन कैसे जिया जाए इसका मार्गदर्शन प्राप्त होता है। महंत लालता दास जी महाराज जहां आने वाले सभी भक्तों को आशीर्वाद प्रदान कर रहे हैं ।वहीं दूसरी ओर वह सभी भक्तजनों का स्वयं आगे बढ़कर अभिवादन भी कर रहे हैं। मानस सम्मेलन व यज्ञ कार्यक्रम में प्रमुख रूप से बाबा राम तीरथ दास जी महाराज, श्याम सुंदर मिश्र ,एडवोकेट राज नारायण शुक्ला, सामाजिक कार्यकर्ता कृष्ण कुमार द्विवेदी राजू भैया, शुभम वैश्य , गिरिजा शर्मा, सौरभ मिश्रा, राम अकबाल सिंह, अंबिकेश सिंह, लाला साहू, कुंवर बहादुर यादव, विष्णु भाई, रामू मिश्रा, डॉक्टर राधेश्याम मौर्य ,पवन चौरसिया, सोनू बाजपेई, अजय शर्मा, संतोष कुमार, पंडित सिद्धनाथ त्रिपाठी, विष्णु शुक्ला सहित सैकड़ो भक्तजन उपस्थित थे।

Related Articles

Back to top button