बदायू । जिला महिला अस्पताला में डाक्टर व स्टाफ की लापरवाही और भ्रष्टाचार कम नहीं हो रहा है। प्रसूताओं की भी दुर्गति है, प्रसूताओं के परिवार से रुपया न मिलने और सिफारिश कराने पर सिर्फ टालमटोल किया जा रहा है। प्रसूता में हजार खामिया बताते हुए टाल रहे हैं। एक बार ऐसा फिर हुआ दिनभर प्रसूताओं को भर्ती रखा और देररात तक डाक्टर-स्टाफ ने सौदेबाजी न होने पर इंकार कर दिया कि डिलीवरी नहीं की जा सकती है। ऐसे में रातभर प्रसूताओं के परिवार भटके हैं।
शुक्रवार को जिला महिला अस्पताल में ऑपरेशन से डिलीवरी कराने को पांच प्रसूता भर्ती हुईं। वहीं दो प्रसूता दो दिन से भर्ती होकर उपचार ले रही हैं। वहीं छह नार्मल डिलीवरी की गई हैं। सुबह से दोपहर बाद तक सीमा, निहारिका, अनामिका रीना, कंचन, भर्ती हुईं। इससे पहले सालारपुर के मोंगर गांव की विनीता, रुचि दो दिन से भर्ती हैं। डिलीवरी के लिए शाम तक नंबर लगाये रहे, जब ऑपरेशन की बारी आई तो महिला डाक्टर ने स्टाफ के माध्यम से 10-10 हजार रुपये की डिमांड कराई। इसके छह प्रसूताओं के परिवार ने रुपये देने से मना किया और सिफारिश करानी शुरू कर दी।