फर्रुखाबाद: आतिशबाजी की दुकान में हुआ विस्फोट….

फर्रुखाबाद: शमसाबाद थानाक्षेत्र में आतिशबाजी की दुकान में आग लग गई। आग लगते ही जोरदार धमाका हुआ। जिससे दुकान की टिन उड़ कर पेड़ से टकरा गई। धमाके की आवाज सुन कर आस पास के लोग मौके पर पहुंच गए। सूचना पर पहुंची थाना पुलिस जांच पड़ताल में जुट गई है।

शमसाबाद थानाक्षेत्र के गांव ललोर निवासी सतीश चंद्र गांव के बाहर दुकान में आतिशबाजी बनाने का काम करता है। शनिवार को वह अनार बना रहा था। अनार बनाने के बाद टेस्टिंग करने के लिए उसने दुकान के बाहर अनार में आग लगाई। आग लगाते ही उसकी दुकान में रखी बारूद में आग लग गई। बारूद में आग लगते ही जोरदार धमाके से साथ दुकान के ऊपर रखी टिन तकरीबन 25 मीटर ऊपर उड़ कर पेड़ से टकरा गई। दुकान में रखी लाखो रुपये की आतिशबाजी एक झटके में जल कर राख हो गई।

प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि धमाका इतनी जोर हुआ कि गांव के मकान हिल गए। धमाके की आवाज सुन बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पहुंच गए। सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष ने मौके पर पहुंच जांच पड़ताल की।

थानाप्रभारी ने बताया कि सतीश चंद्र की आतिशबाजी की दुकान की कई बिन्दुओ पर जांच की जा रही है। उनका कहना है कि कहीं निर्धारित मात्रा से अधिक बारूद का स्टॉक दुकान दार ने तो नही कर रखा था। यह भी देखा जा रहा है कि आतिशबाजी की दुकान का लाइसेंस है या नहीं है। आग लगने की बजह अनार की टेस्टिंग रही या और कोई है। घटना की खबर पर आसपास के लोग भी मौके पर पहुंच रहे हैं। जिनकी वजह से घटनास्थल पर लोगों का भीड़ जुटी रही है।

अमृत विचार ने आज ही पुलिस व प्रशासन को खबर छाप किया था आगाह

अमानक तरीके से बनाई जा रही आतिशबाजी व भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में पटाखा की गोदामों के संबंध में अमृत विचार में आज पेज 9 पर प्राथमिकता से खबर छाप कर पुलिस व प्रशासन को आगाह किया था। सबसे खास बात यह है कि आज जिस आतिशबाजी की दुकान में आग लगी। वहां आग बुझाने के उपकरण मौजूद नहीं थे। मौके पर बाल्टी तक नहीं पाई गई।

विस्फोट के समय दुकानदार था वाहर

जिस समय आतिशबाजी की दुकान में आग लगी उस समय दुकानदार सतीश बाहर था। सतीश का कहना है कि अगर वह अंदर होता तो टिन के साथ वह भी उड़ा चला जाता। उसका कहना है कि अनार चलाते समय किसी तरह चिंगारी उड़ कर बारूद पर गिर गई। जिससे उसका लाखों रुपया का माल जल कर राख हो गया। वह दीपावली पर कुछ कमाने के लिए पटाखे बना रहा था। लेकिन उसकी मेहनत आग लगने से बेकार चली गई। वह कर्ज लेकर दीपावली पर बिकने वाली आतिशबाजी बना रहा था।

कही दें मार पटाखों के घरसड से तो नही लगी आग

आतिशबाजी की दुकान में हुए विस्फोट पर कुछ लोगों का कहना है कि दुकान से काफी दूर पर सतीश ने टेस्टिंग की। उतनी दूर से चिंगारी उड़ कर दुकान तक नही पहुंच सकती। लोगों का कहना है कि दुकान के अंदर भारी संख्या में दे मार पटाखे रखे थे। जिनके घरसड से आग लग गई। घटनास्थल पर तरह तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है।

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