बदायूं। जिले के कुंवरगांव आवारा पशुओं से किसान बेहद परेशान हैं वहीं अधिकारी गायों को गौशाला में संरक्षित करने के लिए रोज ताना बाना बुन रहे हैं गौशाला में संरक्षित करने की तिथि 31 दिसंबर थी जिसको बढ़ाकर 15 जनवरी किया गया था अब संरक्षित करने तिथि को बढ़ाकर 31 जनवरी किया गया है लेकिन आवारा गौवंशीय पशुओं की समस्या जस की तस बनी हुई है।
सालारपुर ब्लाक क्षेत्र की ग्राम पंचायत यूसुफ नगर में आस्थाई गौशाला का संचालन 9 अगस्त 2023 को हो चुका है जिसमें क्षमता अनुसार 35 गौवंशीय पशु रखे गए थे । तब गांव में गौवंशीय पशुओं की संख्या मात्र आधा दर्जन के करीब ही रह गई थी ।अब गांव में आवारा पशुओं की संख्या लगभग 60 के करीब पहुंच गई है वहीं किसान कड़ाके की ठंड में रात रात भर नींद से जागकर खेतों में खड़ी फसलों की रखवाली करने को मजबूर हैं ।वहीं ग्राम प्रधान के जेठ पर दो हजार रुपए लेकर गौशाला में गैर जनपद के गांव से गायों को मंगवा कर गौशाला में रखने का आरोप लगा है ।
मामला देर शाम का है जहां किसान अपने खेतों में फसलों की रखवाली कर रहे थे ।तभी तीन चार लोग चार गायों को लेकर गौशाला में छोड़ गए किसानों को पता लगने पर किसान इकट्ठे हो गए जिन्होंने सचिव को अवगत कराया जिसके बाद प्रधान द्वारा गायों को गौशाला से वापस भिजवा दिया गया जहां किसानों ने गाय छोड़ने आए युवकों को रोक लिया और उनकी वीडियो बनाई जिसमें युवक ने गांव का नाम दिगोई बताया और कहा कि प्रधान के भाई ने गाय को गौशाला में रखने के लिए मंगाया था जिसके एवज में उससे दो हजार रुपए तय किए थे।अब गाय को वापस भिजवा रहे हैं । जहां गौशाला के ही नजदीक किसानों की प्रधानपति व उसके भाई से नोंक-झोंक भी हुई। और किसानों ने आरोप लगाया कि यह खेल पिछले चार माह से चल रहा है दो हजार रूपए लेकर रात में गायों को मंगवाकर गौशाला में रखा जाता है और एक रात रखने के बाद उसको गांव में छोड़ दिया जाता जिससे गांव में आवारा पशुओं की संख्या बढ़ती जा रही है। किसानों ने यह भी बताया कि गौशाला पर हर रोज रात में दारू पार्टी भी की जाती है।।
सचिव बोले केयरटेकर की सेवाएं होगी समाप्त
इस संबंध में सचिव आदिल रशीद का कहना है मामला संज्ञान में आया है जानकारी मिलने पर गायों को तुरंत गौशाला से वापस करवा दिया था प्रधान के जेठ को चेतावनी दी जाएगी व केयरटेकर की सेवाएं समाप्त की जाएगी।