नई दिल्ली। होली के मौके पर घरों में गुजिया, गुलाब-जामुन, दही व कांजी वड़ा, पकौड़े जैसे पकवानों का बनना तो तय है। कह सकते हैं इन जायकों के बिना होली का त्योहार ही अधूरा है। इन डिशेज़ को बनाने में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री की डिमांड इतनी ज्यादा बढ़ जाती है कि दुकानदार इनमें तरह-तरह की मिलावट करके बेचते हैं, जिन्हें खाने से तबियत खराब हो सकती है या फिर पेट दर्द, उल्टी, दस्त जैसी समस्याएं देखने को मिल सकती हैं। अगर आप भी होली में घर में ये पकवान बनाने की सोच रहे हैं, तो मावा हो या लाल मिर्च या फिर बेसन, जान लें कैसे करें इनमें असली-नकली की पहचान।
कैसे करें नकली मावा की पहचान?
- मावे में थोड़ी सी चीनी मिलाकर इसके पैन में गर्म करें। अगर वह पानी छोड़ने लगेगा, तो मतलब मावा मिलावटी है।
- मावे की थोड़ी सी मात्रा मुंह में डालें। अगर यह मुंह में चिपक जाए, तो मावा नकली है। असली मावा मुंह में चिपकता नहीं।
- मावे से छोटी सी गोली बनाएं। अगर यह गोली फट जाएं, तो यह नकली है।
- मावे को खाने पर अगर कच्चे दूध का स्वाद न आए, तो यह भी उसके नकली होने की पहचान है।
कैसे करें नकली लाल मिर्च की पहचान?
- इसके लिए लाल मिर्च को पानी में मिक्स करें।
- घुलने के बाद इसे हाथ पर लेकर रगड़ें।
- अगर किरकिरापन महसूस हो, तो मतलब ये मिलावटी हैं।
- अगर बहुत चिकना लगे, तो इसका मतलब इसमें सोप स्टोन मिला हुआ है।
कैसे करें नकली बेसन की पहचान?
- एक बर्तन में बेसन लें।
- इसमें दो चम्मच के बराबर नींबू का रस डालें।
- साथ ही दो चम्मच के लगभग ही हाइड्रोक्लोरिक एसिड भी।
- कुछ देर के लिए छोड़ दें।
- अगर बेसन में मिलावट है, तो इसका रंग लाल या भूरे हो जाएगा।
कैसे करें नकली दाल की पहचान?
- दाल में मिलावट चेक करने के लिए एक बर्तन में अरहर लें।
- इसमें पानी और हाइड्रोक्लोरिक एसिड की 1 से 2 बूंदे डालें।
- अगर दाल का रंग बदलने लगेगा, तो समझ जाएं दाल असली नहीं है।
इन आसान टिप्स की मदद से आप खाने की शुद्धता की जांच कर सकते हैं और सेहत से जुड़ी समस्याओं से बचे रह सकते हैं।