सीतापुर। जनपद में मनरेगा योजना में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है, जिम्मेदार अधिकारी जानबूझ कर अंजान बनने का नाटक कर रहे है, मनरेगा कार्यो में ऑनलाइन दर्ज की हाजिरी और मोके पर कार्य करने वाले श्रमिको की संख्या में जमीन आसमान फर्क देखने को मिल रहा हैं, वही सम्बन्धित अधिकारियों ने मनरेगा ऑनलाइन हाजिरी का मख़ौल बना कर रख दिया है जारी शासनादेश का मजाक उड़ाया जा रहा है, तकनीकी सहायक से लेकर डी सी मनरेगा सभी के सभी या तो ऑनलाइन लगने वाली हाजिरी को कभी देखते ही नही है या फिर देखकर आंखों पर नोटों की पट्टी बांध लेते है जिससे कि उन्हें कुछ दिखाई नही देता है।
विकास खंड बिसवां की ग्राम पंचायत न्यामतपुर में मनरेगा से तीन काम चल रहे है, तीनो कार्यो पर जमकर फर्जी हाजिरी दर्ज की जा रही है,पहले कार्य नसीम के खेत से रसीदन के खेत तक चकमार्ग कार्य पर बिना कार्य कराए ही 50 श्रमिको की उपस्थिति दर्ज की गई है, दूसरे कार्य सरदार वल्लभ भाई पटेल अमृत सरोवर निर्माण कार्य पर 40 श्रमिको की हाज़िरी दर्ज कर मात्र 4 श्रमिको से कार्य कराया जा रहा है। वही तीसरे कार्य गोनिया तालाब की खुदाई कार्य पर 47 श्रमिको की हाजिरी दर्ज कर 22 से काम कराया जा रहा है, तीनो ही कामो पर पुरानी फ़ोटो अपलोड कर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है।
ग्राम पंचायत मदिया सेमरी में बड़का तालाब भाग 1 खुदाई कार्य पर 80 श्रमिको की फर्जी दर्ज की जा रही है, ऑनलाइन लगने वाली हाजिरी में पुरानी फ़ोटो का प्रयोग कर घोटाला किया जा रहा है।
ग्राम पंचायत गुरेरा में खबर प्रकाशन के बाद बी डी ओ बिसवां ने सख्ती दिखाते हुए सम्बंधितो को निर्देश भी दिए थे उसके बाद भी फर्जी हाजिरी का सिलसिला थमने का नाम नही ले रहा है, ग्राम पंचायत में रोजगार सेवक ने बी डी ओ की निर्देशो को ताख पर रख कर रात के 10:35 में हाज़िरी दर्ज कर दी,दिन रविवार को भी डॉ० भीमराव अम्बेडकर अमृत सरोवर निर्माण कार्य पर 5 श्रमिको से कार्य कराया जा रहा था।
ग्राम पंचायत गोवर्धनपुर में अवधपाल सिंह के खेत से नहर तक चकबन्ध निर्माण कार्य पर 49 श्रमिको की हाजिरी दर्ज की जा रही है, काम बंद होने के कारण दर्ज की गई हाज़िरी में पुरानी फ़ोटो अपलोड कर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है।
मनरेगा कार्यो में फर्जीवाड़ा करना सचिव को पड़ा महंगा
सीतापुर(बिसवां) मनरेगा कार्यो फर्जीवाड़ा को लेकर खण्ड विकास अधिकारी बिसवां ने सख्त रुख दिखाते हुए ग्राम विकास अधिकारी पर निलंबन की कार्यवाही की गई।
बताते चले कि विकास खंड बिसवां की ग्राम पंचायत भागीपुर में पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 में मनरेगा के अंतर्गत कराये गए कार्य अमर सिंह के खेत का समतलीकरण का खण्ड विकास अधिकारी बिसवां ने तकनीकी सहायक व जेई के संग निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान भारी कमिया पायी गयी, जिसमे मौके पर यह भी देखा गया कि कार्य पूर्ण नही हुआ है कार्य होने की जगह पर गन्ने की फसल पायी गई।उक्त कार्य पर 1लाख 28 हजार 370 रुपये के स्टीमेट बना कर कार्य स्वीकृत कराया गया,वही अप्रैल माह तक 258 मनरेगा श्रमिको की हाजिरी दर्ज कर लगभग 61 हजार रुपये का भुगतान भी कर दिया गया,बीडीओ बिसवां के द्वारा मास्टर रोल व अन्य पत्रावलियों की जांच की गई जिसमें ग्राम विकास अधिकारी पंकज कुमार सागर की कमिया पायी गयी, व बिना फर्जी तरीके से बिना कार्य के भुगतान कर दिया गया, उसके बाद ग्राम विकास अधिकारी को बीडीओ के द्वारा तलब किया गया, उस दौरान ग्राम विकास अधिकारी सवालों के उत्तर नही दे पाए व वह पर प्रकरण में दोषी पाए गए, जिसके चलते जिला विकास अधिकारी के द्वारा ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित करने की कार्यवाही की गई।