बदायूं । कुछ करने की यदि मन में दृढ़ इच्छा हो तो मंजिल अवश्य ही मिलती है। आजकल बेटियां एवं महिलाएं भी किसी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं है, हर क्षेत्र में बराबर योगदान दे रही हैं। जनपद के एक छोटे से कस्बा मोहनपुरा से ऐसी ही प्रतिभा निखरकर सामने आई है जिसने अन्य बेटियों के लिए भी एक मिसाल कायम की है। डॉ नीरज वर्मा ने लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी पद पर चयन पाया है। पिता ओम प्रकाश वर्मा मोहनपुरा में ही मेडिकल स्टोर संचालित करते हैं, और मां प्रेमवती वर्मा एक गृहिणी हैं। डॉ नीरज ने इंटरमीडिएट तक की शिक्षा क्षेत्र के ही शिवा इंटर कॉलेज कांतौर से करने के बाद सांई मेडिकल कॉलेज अलीगढ़ से बी ए एम एस की डिग्री प्राप्त की है। वर्तमान में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद जयपुर से काय चिकित्सा में एम डी के अंतिम वर्ष में अध्ययनरत हैं। भाई डॉ ऋषि वर्मा ने भी साईं मेडिकल कॉलेज अलीगढ़ से बी ए एम एस किया है। कल रात लोक सेवा आयोग द्वारा घोषित परिणाम सूची में भाई ने जब बहन का नाम देखा तो पूरा परिवार खुशी से झूम उठा। ईश्वर को धन्यवाद देकर जयपुर में अध्यनरत बहन को तुरंत इसकी सूचना दी और अपनी खुशियों का इजहार किया। डॉ नीरज ने सफलता का श्रेय उचित मार्गदर्शन करने वाले गुरुओं को दिया है, साथ ही अपने माता पिता को भी धन्यवाद दिया जिन्होंने बेटा बेटी में कोई फर्क नहीं किया और उच्च चिकित्सीय शिक्षा दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। हर्ष व्यक्त करने वालों में डॉ नीरज के गुरु सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य सत्य प्रकाश मिश्र, डॉ नरेश नंदन जिला सह संघ चालक, हरीशंकर गोला, देवेंद्र सिंह जिला पंचायत सदस्य, दीपक मिश्र, भाई डॉ ऋषि वर्मा, अमजद अली, नाजिम, अतुल माहेश्वरी आदि प्रमुख हैं।