लखनऊ। पीलिया से पीड़ित दस वर्षीया खुशी को एक्सपायर्ड इंजेक्शन लगाने में पांच नर्स को ड्यूटी से हटा दिया गया है। बलरामपुर अस्पताल में हुई इस जानलेवा लापरवाही का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होने के बाद उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सख्त नाराजगी जताई है। उन्होंने इस मामले में चार सदस्यीय कमेटी का गठित कर जांच करने के निर्देश दिए हैं।
इस इंजेक्शन को लगवाने के बाद भी बच्ची को किसी भी तरह की समस्या नहीं हुई है। बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डा. पवन कुमार ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. एमबी सिंह की अध्यक्षता में चार सदस्यीय कमेटी बनाई है। कमेटी की जांच के आधार पर आगे आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अलीगंज के सूरज ने बेटी खुशी को पीलिया से पीड़ित होने पर अस्पताल में भर्ती कराया था। उन्होंने आरोप लगाया है कि शुक्रवार को बेटी को जो इंजेक्शन लगाया गया वह एक्पायर्ड था।
इंजेक्शन का बैच नंबर
इंजेक्शन पर बैच नंबर डी1जीबीवी01 अंकित है। यही नहीं इस पर मैन्युफैक्चरिंग की तारीख जनवरी वर्ष 2022 और एक्सपायर होने की तारीख दिसंबर 2023 दर्ज है। ऐसे में लापरवाही की जानकारी होने पर सूरज ने हंगामा किया। फिर उसके बाद इंटरनेट मीडिया पर इसका वीडियो प्रसारित हो गया। अस्पताल के निदेशक का कहना है कि एक्सपायर इंजेक्शन चढ़ाए जाने की जानकारी मिलते ही उसे बदलकर तत्काल नया इंजेक्शन लगाया गया।