डीएम ने पुलिस भर्ती परीक्षा लेकर की बैठक, कहा गड़बड़ी हुई तो तय होगी व्यक्तिगत जवाबदेही
बलिया। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा संचालित पुलिस भर्ती की परीक्षा कुशलतापूर्वक संपन्न कराने को लेकर जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार ने कलेक्ट्रेट सभागार में सोमवार को बैठक की। उन्होंने सभी जोनल,स्टेटिक, अतिरिक्त स्टेटिक एवं सेक्टर मजिस्ट्रेट,केंद्र व्यवस्थापक व सहायक केंद्र व्यवस्थापकों को निर्देश दिया कि परीक्षा की जो नियम-शर्तें हैं, उनके अनुरूप ही परीक्षा कराएंगे। कहा कि किसी भी स्तर पर छोटी से छोटी गलती भी अक्षम्य होगी। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी संज्ञान में आई तो व्यक्तिगत रूप से जवाबदेही तय करते हुए जिम्मेदार पर बड़ी कार्रवाई होगी।
जनपद में 43 परीक्षा केंद्र बनाए गए है, जो 17 थानों में विभाजित है। कहा कि सहायक नोडल अधिकारी पुलिस और प्रशासन दोनों के रहेंगे। जोनल, स्टेटिक, सेक्टर, केंद्र व्यवस्थापक एवं सहायक केंद्र व्यवस्थापक सहित परीक्षा सहायक और सहयोगी इनविजीलेटर भी नियुक्त किया गया है। प्रत्येक 24 उम्मीदवारों पर एक जैमर लगाया जाएगा। कलेक्ट्रेट सभागार में पुलिस भर्ती परीक्षा को लेकर जिलाधिकारी ने कहा कि परीक्षाओं का दौर अब शुरू हो गया है। आरओ-एआरओ परीक्षा के कुशलता पूर्वक संपन्न होने के बाद पुलिस भर्ती, बोर्ड परीक्षा और फिर पीसीएस की परीक्षा होनी है। परीक्षा कराना संवेदनशील व महत्वपूर्ण कार्य है। इसलिए सभी स्टेटिक एवं सेक्टर मजिस्ट्रेट, केंद्र व्यवस्थापक व केन्द्र सहायक पहले ही यह देख लें कि किसी भी केंद्र पर कोई कमी न रह जाए। कमरों में दोनों तरफ से सीसीटीवी कैमरा, डिस्प्ले बोर्ड, वाइस रिकार्डिंग व वेबकाॅस्टिंग की व्यवस्था पूरी तरह सही हो। परीक्षार्थियों की सीटिंग व्यवस्था भी देख लेंगे। इसके अलावा स्टेटिक मजिस्ट्रेट भी इन निर्देशों का अनुपालन अपने स्तर से भी सुनिश्चित कराएंगे। डीएम ने कहा कि ह्यूमन एरर, लिपिकीय त्रुटि जैसी चीज परीक्षा में नहीं होनी चाहिए, ऐसी लापरवाही व शिथिलता बरतने वाले कर्मचारी व अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्टेटिक मजिस्ट्रेट और केंद्र व्यवस्थापकों को परीक्षा पर कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया। साथ ही सभी को उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति भर्ती बोर्ड के दिशा निर्देशों को पढ़ने और उसका शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। एसपी देव रंजन वर्मा ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अपनी बात रखी और कहा कि परीक्षा की सूचिता बनाए रखने के लिए गोपनीय और ओपनली दोनों प्रकार के टीम अपना काम कर रही है। उन्होंने साफ शब्दों में सभी को सचेत किया कि इन परीक्षाओं पर पुलिस की भी पैनी नजर रहेगी, स्पेशल सेल एक्टिव रहेगा। इसलिए इन परीक्षाओं की संवेदनशीलता को समझते हुए आप में से कोई भी किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतेगा। संलिप्तता और गड़बड़ी की स्थिति में पुलिसिया कार्रवाई भी निष्पक्ष होगी और परीक्षा केंद्र से सीधे तत्काल जेल भेजने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी ओजस्वी राज,एडीएम डीपी सिंह,सिटी मजिस्ट्रेट इंद्रकांत द्विवेदी, परियोजना निदेशक उमेश मणि, वरिष्ठ कोषाधिकारी हिमांचल यादव,त्रिपाठी, डीएसओ रामजतन यादव सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी एवं केंद्र व्यवस्थापक आदि मौजूद थे।