उत्तर प्रदेश के नोएडा (Noida), गाजियाबाद (Ghaziabad) में लगातार वायु प्रदूषण बढ़ता जा रहा है. गुरुवार को भी इन जनपदों में एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के पार बना रहा. जो बेहद गंभीर श्रेणी में आता है. इसकी वजह से लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. प्रदूषण कम करने के सरकार के तमाम दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं. आज भी प्रदूषण की स्थिति में कोई सुधार होने की उम्मीद नहीं है.
गुरुवार को भी सबसे ज्यादा प्रदूषित हवा ग्रेटर नोएडा में बनी हुई है. यहां तीन दिनों से एक्यूआई 450 से ऊपर बना हुआ है. आज सुबह छह बजे भी यहां के नॉलेज पार्क-3 इलाके में एक्यूआई लेवल 479 तक दर्ज किया गया, जो बेहद गंभीर श्रेणी में आता है. यही हाल नोएडा और गाजियाबाद की हवा का भी है.
नोएडा गाजियाबाद में भी 400 के पार एक्यूआई
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के मुताबिक नोएडा के सेक्टर 62 में एक्यूआई लेवल 433, सेक्टर 116 इलाके में एक्यूआई 448 तक बना हुआ है यहां पर हवा की गुणवत्ता बेहद गंभीर श्रेणी में बनी हुई है. हालांकि बुधवार के मुकाबले ये थोड़ा कम जरुर है, लेकिन हालात बेहद खराब हैं. गाजियाबाद के लोनी इलाके की बात करें तो यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स 429 दर्ज किया गया और हवा की गुणवत्ता डार्क रेड श्रेणी में बनी हुई है.
बच्चों और बुजुर्गों को घर में रहने की सलाह
प्रदूषण की वजह से इन जनपदों में स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है, वहीं कुछ स्कूलों में ऑनलाइन क्लासेस करवाई जा रही है. बच्चों और बुजुर्गों को घर में ही रहने की सलाह दी गई है. प्रदूषण की वजह से लोगों में खांसी, आंखों में जलन और सांस लेने जैसे परेशानियां हो रही है, पिछले कुछ दिनों में अस्पतालों में सांस के मरीजों की संख्या भी बढ़ी है. मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार से यहां मौसम मे थोड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है. 10-11 नवंबर को दिल्ली एनसीआर इलाके में हल्की बारिश का अनुमान जताया गया है. बारिश होती है तो हवा से धूल के कण नीचे बैठ जाएंगे.
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में सर्दी और आसपास के इलाकों में पराली जलाने की वजह से हवा बेहद प्रदूषित हो रही है. पंजाब और हरियाणा के किसान पराली जला रहे हैं, जिसका असर दिल्ली (Delhi) और उससे सटे यूपी के जनपदों में खासतौर से देखने को मिल रहा है. चारों तरफ धूल और धुएं की एक चादर सी छाई है, जिसकी वजह से लोगों को दम घुटना शुरू हो गया है. यही नहीं हालत ये है कि हवा में प्रदूषण की हालत को देखते हुए स्कूलों तक को बंद करना पड़ा है और कहीं ऑनलाइन क्लासेस के शुरू हो गई हैं.
बुधवार को भी नोएडा, गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा में एक्यूआई लेवल बेहद गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया है. आज सबसे ज्यादा एक्यूआई ग्रेटर नोएडा में दर्ज किया गया. ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क-3 में एक्यूआई 475 दर्ज किया गया तो वहीं नॉलेज पार्क-4 का एक्यूआई 472 रहा जो हवा की गुणवत्ता के हिसाब से बेहद गंभीर श्रेणी में आता है.
प्रदूषण के चलते स्कूल बंद
गाजियाबाद के लोनी इलाके में भी हवा की गुणवत्ता बेहद गंभीर श्रेणी में है, जहां एक्यूआई 440 दर्ज किया गया है और नोएडा सेक्टर 62 में एयर क्वालिटी इंडेक्स 411 तक दर्ज किया गया है. जो बेहद गंभीर श्रेणी में आता है. हवा में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए गाजियाबाद के डीएम ने प्री स्कूल से कक्षा 9 तक के सभी स्कूल बंद करने के आदेश दिए हैं. सिर्फ ऑनलाइन पढ़ाई होगी. वहीं नोएडा-ग्रेटर नोएडा में 10 नवंबर तक स्कूल बंद करने के आदेश जारी किए गए.
अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ी
प्रदूषण की वजह से मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है, खासतौर से दमा के मरीजों की संख्या बढ़ रही है, लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है. मौसम के जानकारों का कहना है कि जब तक हवा या बारिश नहीं होगी तब तक एयर क्वालिटी इंडेक्स में कमी आना मुश्किल है. वहीं प्रशासन की ओर से जगह-जगह पानी से छिड़काव किया जा रहा है. राजधानी दिल्ली में प्रदूषण कम करने के लिए कृत्रिम बारिश कराए जाने का भी प्रस्ताव दिया गया है.