आजादी के छिहत्तर साल बाद भी नहीं हो सका आईटीआई बटुआ शहीद मार्ग का निर्माण।
इन्हौना अमेठी। सिंहपुर विकास खण्ड क्षेत्र की ग्राम पंचायत इन्हौंना का आईटीआई जाने वाला मार्ग गडढ़ों में तब्दील है, इस मार्ग को बनवाने के लिए आधा दर्जन गांवों के किसानों तथा नागरिकों ने जिम्मेदार अधिकारियों से गुहार लगाई लेकिन उनकी आवाज अनसुनी कर दी गई, कोलवा के ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अमर बहादुर रावत ने बताया कि बरसात के मौसम में इस रास्ते मे लोगो का पैदल यात्रा करना दुश्वार हो जाता है काफी गड्ढे में कीचड़ होने के नाते इस मार्ग पर लोग चोटिल हो जातें हैं, सबसे अहम बात यह है कि इस मार्ग से औद्योगिक इकाइयों में काम करने वाले मजदूरों का आवागमन भी प्रभावित हो जाता है लोगों को दस किलोमीटर दूर अंगुरी हजारीगंज मार्ग से होकर तीन किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है।
पाण्डेय पुरवा गांव के अवधेश कुमार मिश्रा उर्फ बब्लू भैया बताते हैं कि इस मार्ग से जगदीशपुर इंडस्ट्रियल एरिया में औद्योगिक इकाइयों में काम करने वाले मजदूरों का आवागमन भी प्रभावित हो जाता है, इस मार्ग पर जान जोखिम मे डालकर राहगीर अपनी यात्रा करते है। आजादी के 76 वर्ष पूरे होने के बाद भी इस मार्ग के निर्माण के बारे में किसी भी जनप्रतिनिधि ने कोई अमल किया। मखदूमगंज निवासी राजेश प्रभात वर्मा कहते है तमाम पंचवर्षीय योजनाएं बीत गई लेकिन किसी ने इस समस्या पर अमल नहीं किया।
जबकि अमेठी का प्रतिनिधित्व करनी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, कैप्टन सतीश शर्मा, डा. संजय सिंह, आदि से इस निर्माण के लिए क्षेत्रीय जनता ने मांग उठाई लेकिन वर्तमान वर्ष 2024 में भी इस मार्ग का निर्माण नहीं हो सका है। इस मार्ग के निर्माण की बावत अमेठी जिले की सांसद तथा केंद्रीय मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी को भी प्रार्थना पत्र देकर क्षेत्रीय जनता ने सड़क का निर्माण सांसद निधि से कराने की मांग भी की गई थी लेकिन कोई भी सुनवाई नहीं हो पाई ।
इन्हौना निवासी राजेश प्रभात वर्मा ने बताया कि सैकड़ों बार जनप्रतिनिधियों से इस मार्ग के निर्माण की भीख मांगने के बाद भी किसी का दिल नहीं पसीजा। वहीं पडोसी जिले के एक समाजसेवी जावेद खान ने करीब आठ साल पहले अपने निजी खर्च से लगभग दो किमी कच्ची सड़क का निर्माण कराया था लेकिन भीषण बरसात में कच्ची सडक गड्ढे में तब्दील हो गई, जिसके चलते तालाब नुमा गड्ढो में तब्दील इस मार्ग पर राहगीरों का चलना दुश्वार हो गया है। इस मार्ग पर प्रतिदिन हजारों राहगीरों का आवागमन बना रहता है। इन्हौना से लगभग 7 किमी की दूरी पर औद्योगिक क्षेत्र जगदीशपुर में सैकड़ों छोटे बड़े कल कारखाने है जहां हजारों मजदूर इस मार्ग से फैक्ट्रियों में प्रतिदिन मजदूरी करने जाते है जो इस रास्ते में हादसे का शिकार होते रहते हैं ।
सैकड़ों किसानों की किसानी हो रही प्रभावित
बटुआ शहीद आईटीआई मार्ग के किनारे लगभग हजारों किसानों की कृषि भूमि है मार्ग खराब होने से हजारों एकड़ कृषि भूमि इनहौना कस्बा सहित अशरफाबाद, मखदूमगंज , चौनापुर, दूली पुरवा, सरांय माधव, बेनीगंज के सैकड़ों किसानों की खेती प्रभावित हो रही है ।
जनप्रतिनिधियों से जनता का उठ गया विश्वास, —
रघुवर पुरवा निवासी किसान चंद्रशेखर सिंह, किराना दुकानदार रवि सिंह कहते है, राष्ट्रीय राजमार्ग 731 से जुड़े इस महत्वपूर्ण आईटीआई मार्ग के निर्माण की सैकड़ों बार जनप्रतिनिधियों से क्षेत्रीय जनता द्वारा मांग की गई, फिर भी किसी ने अमल नहीं किया अब समाजसेवी पर ही भरोसा है। किसान गंगाराम पासी कहते है जावेद खान ने इस जनसमस्या पर कुछ वर्ष पहले मिट्टी डलवा कर 2 किमी सड़क बनवाई थी जों बरसात के दिनों में गड्ढे में तब्दील हो गई । इन्हौना निवासी जिला पंचायत सदस्य विकास यादव के प्रयास से इन्हौना से आईटीआई स्कूल तक खड़ंजा कार्य तों कराया गया लेकिन आईटीआई स्कूल से बटुआ शहीद बाबा की मजार तक वर्तमान समय में यह मार्ग काफी खराब है जिसका खामियाजा निवर्तमान सांसद को आगामी बींस मई के लोकसभा चुनाव भुगतना पड़ सकता है।