बढ़ते अपराधों पर लगेगी प्रभावी रोकथाम, साइबर थाना बनाकर हुआ तैयार

  • थानों पर बनी साइबर सेल हेल्प डेस्क बनी साइबर क्राईम सेल डेस्क
  • ठगी होने पर 2 घंटे के अंदर करें शिकायत

बाराबंकी। बढ़ते साइबर अपराधों पर प्रभावी रोकथाम लगाने के लिए जनपद में संसाधनों से लैस नया साइबर थाना बनकर तैयार है। साथ ही जनपद के प्रत्येक थाने में बनी साइबर सेल हेल्प डेस्क को साइबर क्राईम सेल डेस्क में परिवर्तित कर दिया गया है। जिला मुख्यालय के पुलिस लाइन परिसर में बने इस नए साइबर सेल थाने का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा एक साथ प्रदेश भर में बने अन्य साइबर थानों के साथ किया जाना है। जिसके संबंध में अधिक जानकारी देते हुए जनपद के पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद जनपद में पूर्व से बने साइबर सेल ऑफिस को साइबर थाना बना दिया गया है। जिसमें दो निरीक्षक, दो उप निरीक्षक, चार मुख्य आरक्षी व 12 आरक्षी सहित एक कंप्यूटर सहायक तैनात किया गया है। इसी तरह जनपद के अन्य समस्त थानों में साइबर क्राइम डेस्क पर एक निरीक्षक, एक उप निरीक्षक व एक मुख्य आरक्षी सहित दो आरक्षित तैनात है। जैसे-जैसे साइबर धोखाधड़ी की वारदातों में बढ़ोत्तरी हो रही है। उतनी ही तेजी से पुलिस इससे निपटने की तैयारी में भी जुट गई है। जिसमें सर्वप्रथम मुख्यमंत्री से मिले निर्देशों के बाद इस नए साइबर थाने को संसाधन युक्त बनाकर हाईटेक किया गया है। पिछले वर्ष जिले की साइबर सेल टीम ने लोगों के 30 लाख रुपए सकुशल वापस कराए। इसी तरह इस वर्ष के जनवरी माह में अब तक साइबर सेल टीम ने साढे 4 लाख रुपए वापस कराए है।साइबर क्राइम एक प्रकार का ऐसा अपराध है। जिसमें ऑनलाइन या कंप्यूटर का उपयोग करके अवैध गतिविधियों को अंजाम दिया जाता है। साइबर अपराध विभिन्न रूपों में आता है। जिसमें ऑनलाइन उपयोगकर्ताओं को परेशान करना शामिल है। साइबर अपराध आज के युग में सबसे गंभीर और तेजी से फैलने वाला अपराध है। साइबर अपराधों का डिजिटल संगठनों में वित्तीय और निवेश गतिविधि पर व्यापक प्रभाव पड़ता है।अपराधियों द्वारा उपयोग की जाने वाली एक विशिष्ट रणनीति आकर्षक वेबसाइट बनाकर और बैंकों या अन्य संगठनों से होने वाले नकली ईमेल भेजकर और व्यक्तिगत जानकारी मांगकर ऑनलाइन उपयोगकर्ताओं को लुभाना है। इससे अपराधियों के लिए किसी व्यक्ति के बैंक खाते और व्यक्तिगत डेटा तक पहुंच आसान हो जाती है। वायरस, मेल फ्रॉड, अकाउंट हैकिंग और सॉफ्टवेयर पाइरेसी के कारण लोग साइबर क्राइम का शिकार हो रहे हैं। उन्हें अनधिकृत एक्सेस मेलिंग, अश्लील ईमेल से मिलने वाली धमकियों और वीडियो प्रसारण की समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है।
साइबर एक्सपर्ट तैनात,2 घंटे के भीतर करें शिकायत
एसपी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि जनपद में बने साइबर थाना सहित समस्त थानों में बनी साइबर क्राईम सेल में तैनात पुलिस कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। जिसके चलते यहां तैनात पुलिसकर्मी साइबर एक्सपर्ट है। बस घटना होने के 2 घंटे के भीतर आप अपनी शिकायत यहां पहुंच कर दर्ज कराए। आपकी देरी पैसों की रिकवरी में बाधक बन जाती है। जिसे देखते हुए ही शासन ने जिले के प्रत्येक थाने में पूर्व से बने साइबर सेल हेल्प डेस्क को साइबर क्राइम सेल डेस्क में परिवर्तित किया है। अब आपको जनपद मुख्यालय तक आने की भी आवश्यकता नहीं है। आप अपने नजदीकी थाने में बनी साइबर क्राइम सेल डेस्क तक पहुंच कर अपने साथ हुए साइबर फ्रॉड की आसानी से शिकायत कर सकते है।

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