लोकसभा चुनाव 2024 – लोकसभा चुनाव के मद्देनजर इस बार बहुमंजिला भवनों में रहने वाले लोगों को उनके परिसर में ही मतदान की सुविधा प्रदान की जाएगी। साथ ही झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों को भी उन्हीं के आस-पास मतदान केंद्र बनाकर मतदान की सुविधा प्रदान किए जाने की तैयारी चुनाव आयोग ने शुरू कर दी है।
चुनाव आयोग का फोकस है कि इस बार बहुमंजिला भवनों से लेकर झुग्गियों तक के अधिक से अधिक लोग मतदान के लिए घरों से बाहर निकले। इसके लिए चुनाव आयोग ने मतदान केंद्र की संख्या बढ़ाने का फैसला किया है।
संदर्भ में मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। उन्होंने बताया कि मतदाताओं की सुविधा के लिए बहुमंजिला भवनों के भूतल पर मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। पहली जनवरी 2024 तक 18 वर्ष की आयु पूरी कर चुके युवाओं के नाम भी मतदाता सूची में शामिल किए जाएंगे। बैठक में मतदाता सूची के प्रकाशन की तिथि 17 अक्टूबर से आगे बढ़ाने पर भी चर्चा की गई।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने राजनीतिक दलों से कहा कि मतदाता सूची में संशोधन के मद्देनजर बूथ लेवल के एजेंटों की तैनाती कर दी जाए, जिससे यह काम आसानी के साथ हो सके। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में नाम शामिल किए जाने के लिए फार्म-छह, नाम अपमार्जन करने लिए फार्म-सात और मतदाता फोटो पहचान पत्र व दिव्यांग मतदाताओं के लिए फार्म-आठ का इस्तेमाल करना होगा। इस दौरान आनलाइन आवेदन की प्रक्रिया के बारे में भी जानकारी दी गई।
समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने मांग रखी कि आयोग द्वारा प्रकाशित होने वाली मतदाता सूची के साथ मतदाता सूची में जोड़े गए नाम, संशोधित नाम व काटे गए नामों की सूची उन्हें उपलब्ध कराई जाए। सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल व बसपा की ओर से बैठक में शामिल आरए मित्तल, मेवालाल गौतम ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से 30 नवंबर तक मतदाता सूची का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान चलाए जाने के साथ ही विस्तृत ब्यौरे के साथ मतदाता सूची उपलब्ध कराए जाने की मांग की।
कहा गया कि जो सूची पीठासीन अधिकारी के पास रहे वही राजनीतिक दलों को भी मिले। कांग्रेस के लखनऊ जिलाध्यक्ष वेद त्रिपाठी ने कहा कि मतदान केंद्र ज्यादा दूर बन बनाए जाएं। इससे बुजुर्ग व महिलाएं आसानी से मतदान कर सकेंगी। इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि लोगों को मतदान में असुविधा न हो और लंबी लाइन में न लगना पड़े।