मुंबई। एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के कार्यकर्ता गुरुवार को आमने-सामने आ गए। दोनों धड़ों के कार्यकर्ताओं ने पार्टी के संस्थापक दिवंगत बालासाहेब ठाकरे के स्मारक पर एक-दूसरे के खिलाफ नारे लगाए। उनकी पुण्यतिथि शुक्रवार को मनाई जाएगी।
उद्धव ठाकरे के प्रति निष्ठा रखने वालों ने गद्दारों वापस जाओ के नारे भी लगाए। यह घटना उस समय हुई, जब मुख्यमंत्री शिंदे बालासाहेब ठाकरे को श्रद्धांजलि देने दादर के शिवाजी पार्क स्थित स्मारक पर पहुंचे।
किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। पत्रकारों से बात करते हुए सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर बनाने के दिवंगत शिवसेना संस्थापक के सपने को पूरा किया है। उनकी सरकार बालासाहेब ठाकरे के सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए काम कर रही है।
शिवसेना के प्रवक्ता कृष्णा हेगड़े ने कहा कि पिछले साल की तरह सीएम शिंदे ने किसी भी टकराव से बचने के लिए पुण्यतिथि की पूर्व संध्या पर शिवाजी पार्क स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके साथ वरिष्ठ नेता भी थे। कुछ देर बाद उन्होंने शिवाजी पार्क छोड़ दिया।
यह हंगामा जानबूझकर किया गया। उन्होंने कहा कि बालासाहेब ठाकरे सभी के हैं। सभी उन्हें श्रद्धांजलि दे सकते हैं। यदि उद्धव गुट वास्तव में बालासाहेब ठाकरे के प्रति सम्मान दिखाना चाहता है तो उन्हें पहले उनकी विचारधारा का पालन करना होगा।