उरई। बेमौसम बारिश और मौसम में लगातार हुए बदलाव के कारण आलू खुदाई के सीजन में भी सस्ती नहीं हुई। आलू की फसल में हुआ नुकसान और स्टोर में जमा होने के कारण दामों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। एक सप्ताह में आलू के दामों में पांच रूपए प्रति किलो तक बढ़ोत्तरी हुई है।आलू के भाव 20 रुपये किलो से बढ़कर 30 रुपये से 40 रुपये किलो तक पहुंच सकते हैं।
पिछले साल गर्मी के सीजन में होली के समय आलू के दामों में भारी गिरावट थी। इस समय खूब खरीदारी हो रही थी। घर घर में चिप्स बन रही थी। वहीं इस वर्ष आलू की कीमत तीन गुना अधिक है। इससे खरीदारी में भी कमी आई है। व्यापारियों की मानें तो बीस दिन के अंदर अगर स्टोर फुल नहीं हुए और नया आलू बाजार में नहीं आया तो कीमत में काफी उछाल हो सकता है।
इसको लेकर स्थानीय स्तर पर भी आलू का स्टोर दुकानदार करने लगे हैं। ताकि मंहगे आलू बेच सकें। शहर के बाजार में रोजाना एक हजार बोरा आलू आते हैं। इसमें से करीब सब्जी मंडी में स्थिति 40 दुकानों पर 800 बोरे के करीब बिकते हैं। ग्रामीण क्षेत्र से भी शहर की मंडी से आलू जाता है।
दुकानदारों की सुनें-
दुकानदार जफर ने बताया कि पिछले साल होली पर चिप्सोना आलू की कीमत सात से आठ रुपये किलो थी। इस बार दुकानदारी आधी रह गई है। जिसे दस किलो आलू चाहिए था। दाम सुनने के बाद आधे आलू खरीद रहा है।
दुकानदार गौरव साहू ने बताया कि उनके दुकान से कई दुकानों पर आलू जाते हैं। इस बार स्टोर में आलू जाने से मंहगा हुआ है। फसल नुकसान भी एक कारण है।होली के समय पिछले साल 3797 नम्बर आलू के रेट 5 रूपए थे ,चिप्सोना आलू थोक में 7 रूपए तक बिका था।इस बार अधिकतर आलू कोल्ड स्टोर में जा रहा है।थोक आलू व्यापारियों को उम्मीद है कि रेट और बढेंगे इसके लिए किसान भी आलू स्टोर में भेज रहा है।