मंहत धर्मदास ने विद्युत अधिकारियों के खिलाफ खोला मोर्चा, सीएम और ऊर्जा मंत्री से मिलने की कही बात
बाराबंकी। थाना मसौली अन्तर्गत ग्राम भट्पुरवा मजरे सुरसण्डा के रहने वाले दर्जनों अनुसूचित जनजाति के ग्रामीण पिछले एक दशक से अंधेरे में रहने को विवश हैं। ग्रामीणों ने दर्जनों बार गांव में विद्युतीकरण के लिए जिलाधिकारी से लेकर अन्य उच्चाधिकारियों को पत्र भेजकर मांग की लेकिन उसके बावजूद किसी भी अधिकारी ने इस समस्या का समाधान करने का प्रयास नही किया। वहीं अयोध्या हनुमान गढ़ी और अखिल भारतीय श्रीपंच निर्वाणी गनी अखाड़ा के महंत बाबा धर्मदास ने दलितों के पक्ष में न्याय दिलाने के लिए मोर्चा खोल दिया है। महंत ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लापरवाह विद्युत अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की है।
जानकारी के अनुसार, थाना मसौली क्षेत्र के ग्राम भट्पुरवा मजरे सुरसण्डा निवासी अनिल कौशल, वीरेन्द्र कुमार, सुनीता देवी, हिमांशु कुमार, चेतराम, अलका, सुनील कुमार, दीपक कुमार, मुकेश कुमार, कमला देवी, रामबाबू, महेष कुमार, देवाकार, हामेश, सोनी, सुशीला सहित लगभग डेढ़ दर्जन लोग अपने पूरे परिवार के साथ में रहते हैं। यहां पर इन लोगों के पक्के घर बने हुए हैं और किसी तरह से यह सभी परिवार मेहनत मजदूरी करके अपना जीवन यापन करते हैं। लेकिन इन घरों में आज तक विद्युत सप्लाई नही आयी है। अनिल कौशल और अन्य लोगों ने जिलाधिकारी को तीन वर्ष पूर्व बिजली कनेक्शन के लिए लिखित शिकायत की थी। अनिल कौशल का कहना था कि ग्राम भट्पुरवा में 200 मीटर क्षेत्र में विद्युत कनेक्शन आज तक नही हुआ है। पीड़ित का कहना है कि एक बार विद्युत विभाग के अधिकारियों ने स्थलीय निरीक्षण कर विद्युत खम्भे भी लगवा दिए थे। लेकिन जहां पर अधिकारियों ने यह खम्भे लगवाये थे वह एक प्लाटिंग करने वाले व्यक्ति के थे लेकिन इसके बाद से आज तक दर्जनों बार इन पीड़ितों ने तहसील समाधान दिवस से लेकर जिलाधिकारी कार्यालय में लिखित शिकायते की लेकिन नतीजा कुछ नही निकला।
मंगलवार को अयोध्या हनुमान गढ़ी एवं श्रीपंच अमनन्दी निर्माणी अनि अखाड़ा के महंत बाबा धर्मदास ने इस गंभीर मामले को लेकर जिलाधिकारी से मिलने का प्रयास किया लेकिन मुलाकात नहीं हो सकी। अब महंत धर्मदास उक्त प्रकरण पर अनुसूचित जन जाति के लोगों को न्याय दिलाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विद्युत मंत्री एके शर्मा से मुलाकात करेंगे। मोर्चा खोल दिया है। बाबा धर्मदास का कहना है कि मैने खुद दो बार स्थानीय जेई से फोन कर मौके पर आने के लिए कहा। जेई ने फोन पर आने का वादा किया लेकिन उसके बाद वह नही आया। मंहत धर्मदास का यह भी कहना था कि इस मुद्दे को लेकर वह प्रदेश के ऊर्जा मंत्री और मुख्यमंत्री से मुलाकात कर कार्यवाही की बात रखेंगे। लेकिन जब इस पर भी बात नही बनेगी तो ग्रामीणों के साथ वह आमरण अनशन पर बैठेंगे। इस सम्बन्ध में विद्युत उपकेन्द्र रसौली के जेई विशाल कुमार का कहना था कि जिस दलित बस्ती में विद्युत सप्लाई जानी है वहां पर विवाद चल रहा है रेलवे की लाइन वहीं पर है व कुछ अन्य विवाद मौके पर चल रहे हैं। विवादों के निस्तारण के बाद विद्युत सप्लाई के लिए कनेक्शन दे दिए जायेंगे। बहरहाल, उच्चाधिकारियों की अनदेखी से नाराज अखिल भारतीय श्रीपंच निर्वाणी गनी अखाड़ा के महंत धर्मदास खुलकर दलितों को न्याय दिलाने उनके पक्ष में मैदान में आ गये हैं।