हाथरस जिलाधिकारी अर्चना वर्मा ने लू-प्रकोप/(हीटवेव) से बचाव हेतु समस्त जनपदवासियों से अपील की है कि लू-प्रकोप/(हीटवेव) से बचने हेतु क्या उपाय करें।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की पूर्व चेतावनी के अनुसार आज दिनांक 28.05.2024 को जिले का तापमान अधिक रहने की संभावना है। गत दिनों में जनपद का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस पार हो गया है। जब वातावरणीय तापमान 37 डि0से0 अधिक हो जाता हे तो मानव शरीर पर इसका दुष्प्रभाव काफी पड़ता है। अतः समस्त जनपद वासियों से अपील की जाती है कि बढती गर्मी से बचाव हेतु निम्नवत बातों का ध्यान अवश्य रखें।
आवश्यकता पडने पर ही घर से बाहर निकलें और अधिकतर घर की निचली मंलिल पर ही रहेने की कोशिश करें। विद्युत उपकरणों का प्रयोग करते समय होने वाली विद्युत दुर्घटनाओं से बचने हेतु विशेष सावधानी रखें। सुबह 6ः00 बजे से 09 बजे तक विद्युत उपकरणों का प्रयोग करते समय ऑवरलोडिंग होने का भी विशेष ध्यान रखें ताकि विद्युत कमी जैसे संकट से भी बचा जा सखे। प्रचार माध्यमों में सूचित हीट वेव (लू) संबंधी चेतावनी पर ध्यान दें। लू से बचाव हेतु पशु-पक्षियों एवं मवेशियों के पीने के लिए पानी की हरसम्भव व्यवस्था करे। अधिक से अधिक पानी पियें। यदि प्यास नहीं भी हो तब भी थोड़ा- थोड़ा पानी पीते रहें। हल्के रंग के पसीना शोषित करने वाले ढ़ीले वस्त्र पहनें। धूप के चश्में, छाता, टोपी व चप्पल का प्रयोग करें। यदि खुले में कार्य करने की आवश्यकता हो तो सिर, चेहरा, हाथ और पैरों को कपड़े से ढ़क कर रहें तथा छतरी का प्रयोग करें। लू से प्रभावित व्यक्ति को छाया में लिटाकर सूती गीले कपड़े से पोंछें तथा चिकित्सक से संपर्क करें।
यात्रा करते समय पीने का पानी साथ ले जायें। ओ0आर0एस0, घर में बने हुए पेय पदार्थ जैसे लस्सी, चावल का पानी, नींबू पानी, छाछ आदि का उपयोग करें जिससे शरीर में पानी की कमी की भरपाई हो सके। हीट स्ट्रोक, हीट रैश, हीट क्रैम्प के लक्षणों जैसे कमजोरी, चक्कर आना, सिरदर्द, उबकाई, अधिक पसीना आना, मूर्छा आदि को पहचानें एवं आवश्यकता पड़ने पर चिकित्सक की सलाह लें। अपने घर को ठंडा रखें। पर्दें, दरवाजे आदि का प्रयोग करें तथा शाम के समय घर तथा कमरों के खिड़की-दरवाजें खोलकर रखें। पंखे, गीले कपडों का उपयोग करें तथा कई बार स्नान करें। कार्य स्थल पर ठंडा पेयजल रखें। कार्मिकों को सीधी सूर्य की रोशनी से बचने हेतु सावधान करें। श्रमसाध्य कार्यों को ठंडे समय में करने एवं कराने को प्राथमिकता दें। घर से बाहर होने की स्थिति में आराम करने की समयावधि तथा आवृŸिा को बढ़ायें। गर्भस्थ महिला कर्मियों तथा रोगग्रस्त कर्मियों पर अतिरिक्त ध्यान देना आवश्यक है।
लू-प्रकोप/(हीटवेव) से बचने हेतु क्या न करें।
छोटे बच्चों को कभी भी बंद अथवा खड़ी गाडियों में अकेला न छोडें। दोपहर 12 बजे से 03 बजे के मध्य सूर्य की रोशनी में जाने से बचें। सूर्य के तापमान से बचने के लिये जहां तक संभव हो घर के निचली मंजिल पर रहें। गहरे रंग के भारी तथा तंग कपड़े न पहनें। जब बाहर का तापमान अधिक हो तब श्रमसाध्य कार्य न करें। अधिक प्रोटीन तथा बासी एवं संक्रमित खाद्य एवं पेय पदार्थों का प्रयोग न करें। अल्कोहल, चाय व कॉफी पीने से परहेज करें। जानवरों को खुले में/बाहर/खडी गाडी में जानवर में न रखें।