इमलिया सुल्तानपुर/सीतापुर। थाना क्षेत्र के हाता गांव में सौ साल पहले बने कुंआ, शिव चबूतरा व उसके इर्द गिर्द की भूमि कब्जे दारी को लेकर गांव में तनाव बना हुआ है। पुलिस व तहसील प्रशासन ने मौके की जांच कर विरोध करने वालो पर पाबंदी की कार्यवाही शुरू कर दी है। ग्रामीणों के अनुसार कुंआ पूजनीय है। जिसकी पूजा करने के उपरान्त बारात कन्या व्याहने जाती है। उक्त देव स्थान के रूप में पूर्वजों के समय से चला आ रहा है। उक्त स्थान के बाद सरकारी रास्ता है। रास्ते के बाद दबंग राममोहन, आदित्य आदि का मकान है। जिनके परिवार का सदस्य आर्मी में है।
उक्त परिवार ने धनबल, बाहुबल के दम पर अर्सा आठ वर्ष पूर्व एक किनारे पर खजूर पेंड़ के थूहा गाड़कर पहले छप्पर डाल लिया था। जिसमे पशु बांधने लगा, चूंकि पूजा में कोई अड़चन नहीं आने पर पूरा गांव शांत रहा। ग्रामीण बताते है कि अवकाश पर आये आर्मी मैन ने परिवार को भड़काकर उक्त पूजनीय कुंएं व शिव चबूतरे पर रात में मिट्टी डालकर कब्जा करने लगा। जिसको लेकर पूरा गांव भड़क गया था। मामला थाने तक पहुंचा था। थाना पुलिस के सामने ही आर्मी मैन ने हम ग्रामीणों पर गाड़ी चढ़ा दी थी। सभी जान बचाकर भागे थे। एक व्यक्ति चोटिल भी हुआ था। मामले में पुलिस व तहसील प्रशासन ने सत्ता पक्ष के दबाव में विपक्षी पर ही मेहरवान रहा।
आरोपी राम मोहन आदि का कहना है कि उसने उक्त भूमि खरीदी थी। ग्राम प्रधान राजनीत कर रहा है। और ग्रामीणों को भड़का रहा है। जबकि मैने मामले को लेकर दीवानी वाद भी दायर कर रखा है। विपक्षी फैंसला न मानकर जास्ती पर उतारू हैं।