कोठी। अपराधिक गतिविधियों पर निगरानी को लेकर थाना क्षेत्र के चौराहा-तिराहों पर लगे सोलर पैनल युक्त सीसीटीवी कैमरे कोहरे में बैट्री चार्ज नहीं होने से यह निष्प्रयोज्य है। क्योंकि ठेकेदारी प्रथा में घटिया किस्म के लगे सैकड़ों कैमरा में शुक्रवार तक विद्युतीकरण नहीं हो सका। पुलिस की प्रधानों संग हुई बैठक में 22 जनवरी तक फुटेज रिकॉर्ड करने चेतावनी दी। लेकिन उन्हें सीसीटीवी से कोई सहयोग मिलने की उम्मीद नहीं है। दो पहले भी पुलिस ने सीसीटीवी के आधार पर एक चोरी का बड़ा खुलासा भी किया है।
शासन स्तर से हुई मानरीटिंग पर सिद्धौर ब्लॉक क्षेत्र के 96 ग्राम पंचायत में से 90 फीसदी पंचायतों में ठेकेदारी प्रथा में सोलर पैनल युक्त सीसीटीवी कैमरे युद्ध स्तर पर लगाए गए। जिसमे कैमरा क्वालिटी व डीवीआर रिकॉर्डिंग क्षमता को ध्यान कताई नहीं रखा गया।
सिर्फ कमीशन खोरी के चलते चौराहे, तिराहों व पंचायत के मुख्य बिंदु पर खंभे गडाकर कैमरे लगाकर ब्लॉक के अधिकारियों ने इतिश्री कर ली। इनका संचालन होता है या नहीं। इससे ब्लॉक के अधिकारी हाथ खड़े खड़े हुए हैं।
क्योंकि बीते दिन से सूर्य भगवान के दर्शन भी नहीं हुए। शुक्रवार को विभिन्न पंचायतों व चौराहों में लगे सैकड़ों सीसीटीवी कैमरे बंद थे। क्योंकि पैनल से बैटरी चार्ज नहीं हो पा रही है। जबकि इंस्पेक्टर कोठी अरुण कुमार सिंह की प्रधानों संग हुई बैठक में स्पष्ट 22 जनवरी तक सीसीटीवी के सभी फुटेज को हर हाल में रिकॉर्ड करने के अपील की थी। लेकिन ब्लॉक के अधिकारियों व ठेकेदार के मनमानी के चलते सैकड़ों सीसीटीवी कैमरा का विद्युतीकरण नहीं है। पुलिस की आपराधिक घटनाओं में सहयोग व निगरानी नहीं हो पा रही। उधर, कई प्रधानों ने सीसीटीवी कैमरा की विद्युतीकरण नहीं होने के बात स्वीकारी है। यही बात सचिवों ने भी दोहराई है।