डीएम ने बीडीओ व सीडीपीओ कार्यालय तथा सीएचसी चित्तौरा का किया निरीक्षण

बहराइच। कार्यालयों एवं परिसर की साफ-सफाई, अधिकारियों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति, अभिलेखों के रख-रखाव, उपलब्ध संसाधनों इत्यादि का जायज़ा लेने के उद्देश्य से जिलाधिकारी मोनिका रानी ने खण्ड विकास अधिकारी कार्यालय चित्तौरा, सीडीपीओ कार्यालय तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चित्तौरा का औचक निरीक्षण किया। ब्लाक कार्यालय में मनरेगा सेल के निरीक्षण के दौरान बीडीओ सौरभ पाण्डेय को निर्देश दिया कि अमृत सरोवरों के अवशेष कार्य को यथाशीघ्र पूर्ण करा लिया जाय। एडीओ पंचायत कक्ष के निरीक्षण के दौरान निर्देश दिये गये कि वर्ष 2023-24 व 2024-25 के व्यक्तिगत शौचालयों तथा सालिड वेस्ट मनेजमेन्ट से सम्बन्धित परियोजनाओं को शीघ्र पूर्ण कराया जाय। स्थापना पटल के निरीक्षण के दौरान निर्देश दिये गये कि गार्ड फाइल को व्यवस्थित रखें तथा शासनादेशों को सुरक्षित रखा जाय। ब्लाक के निरीक्षण के दौरान डीएम ने बीडीओ को यह भी निर्देश दिया कि वैकल्पिक ऊर्जा के लिए सोलर प्लान्ट लगवाएं तथा सभागार को सुसज्जित भी किया जाय।

ब्लाक कार्यालय के निरीक्षण के उपरान्त डीएम मोनिका रानी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चित्तौरा का निरीक्षण कर चिकित्सकों, पैरा मेडिकल स्टाफ की उपस्थिति, दवाओं की उपलब्धता, भवन व परिसर की साफ-सफाई, औषधि वितरण काउण्टर, पंजीकरण काउण्टर, इमरजेन्सी वार्ड व सामान्य वार्ड, महिला वार्ड, प्रसव कक्ष, ओपीडी, एक्सरे कक्ष व शीतल जल की उपलब्धता इत्यादि का निरीक्षण कर मरीज़ों व उनके तीमारदारों से आवश्यक जानकारी प्राप्त की। डीएम ने चिकित्सकों को निर्देश दिया कि यहां पर आने वाले मरीज़ों को सीएचसी से ही दवाएं उपलब्ध करायी जाएं तथा बाहर की दवाएं न लिखी जाएं। प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. तबरेज़ को निर्देश दिया गया कि चिकित्सालय भवन व परिसर की साफ-सफाई और बेहतर रखी जाय तथा रिक्त स्थानों पर शोभाकार पौधे रोपित करा दिये जाएं।

सीएचसी के निरीक्षण के दौरान सभी 06 चिकित्सक तथा 23 के सापेक्ष 21 पैरा मेडिकल स्टाफ उपस्थित पाये गये। जबकि 02 कार्मिक अवकाश पर थे। पंजीकृत मरीज़ों की संख्या 229 पायी गयी जिसमें से डॉ. शिप्राराल द्वारा 51, डॉ. अभय कुमार द्वारा 79, डॉ. रजत मेहरोत्रा द्वारा 25, डॉ. अब्दुल हन्नान द्वारा 11, डॉ. तबरेज़ अहमद द्वारा 15 तथा डॉ. संजय शुक्ला द्वारा 48 मरीेज़ों का उपचार किया गया। संस्थागत प्रसव की संख्या 02 तथा 11 मरीज़ भर्ती पाये गये। पैथालोजी के माध्यम से मलेरिया के 05, बलगम के 17, ए.एन.सी. की 06 व ब्लड की 24 कुल 52 जांचे की गई थीं। सीएचसी के निरीक्षण से पूर्व डीएम द्वारा बाल विकास परियोजना अधिकारी चित्तौरा के कार्यालय का भी निरीक्षण कर विभिन्न व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया गया तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिये।

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