नई दिल्ली। अरविंद केजरीवाल सरकार कला और संस्कृति को बढ़ावा देने की पहल कर रही है. दिल्ली सरकार कला विकासपुरी में 35 करोड़ रुपये की लागत से एक विश्वस्तरीय सांस्कृतिक केंद्र स्थापित करने जा रही है. यह सांस्कृतिक केंद्र 109 एकड़ में फैला होगा, जिसमें देश भर के कलाकारों के लिए कई प्रकार की अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी.
सांस्कृतिक केंद्र की होगी स्थापना
जहां एक तरफ इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित कर दिल्ली को विश्वस्तरीय शहरों में शुमार करने के साथ राजधानी के लोगों को सुगम यातायात की सुविधा मुहैया करवाने की कोशिश में लगी हुई है. वहीं सरकार दूसरी तरफ कला और संस्कृति को बढ़ावा देने की पहल भी कर रही है. इसी कड़ी में दिल्ली सरकार कला विकासपुरी में 35 करोड़ रुपये की लागत से एक विश्वस्तरीय सांस्कृतिक केंद्र स्थापित करने जा रही है. यह सांस्कृतिक केंद्र 109 एकड़ में फैला होगा, जिसमें देश भर के कलाकारों के लिए कई प्रकार की अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी.
साहित्य कला परिषद की तरफ से इस सांस्कृतिक केंद्र का निर्माण दिल्ली पर्यटन और डीटीटीडीसी करेगी, जिसे 18 महीनों में पूरा कर लेने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है और जल्द ही सबसे कम बोली लगाने वाली डीएनडी इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को टेंडर आवंटित कर दिया जाएगा. बता दें कि इस परियोजना की अनुमानित लागत 47 करोड़ 22 लाख रुपये से ज्यादा थी, जिसे टेंडर हांसिल करने वाली कंपनी डीएनडी इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड ने सबसे कम 35 करोड़ की बोली लगा कर हांसिल की है.
सांस्कृतिक विरासत को प्रोत्साहन देना उद्देश्य
इस परियोजना का उद्देश्य कलाकारों को एक मंच प्रदान करके भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रोत्साहन देना है, जिसमें अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यह सांस्कृतिक केंद्र काफी महत्वपूर्ण साबित होगा. इस केंद्र को विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों जैसे संगीत समारोह, नृत्य प्रदर्शन, थिएटर नाटकों, आर्ट एग्जीबिशन और वर्कशॉप के एक केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा.