वृंदावन। ठाकुर बांकेबिहारी के भक्तों पर मौसम का असर भले ही न पड़ता हो। लेकिन, पुलिस-प्रशासन की बंदिशें जरूर परेशानी बढ़ा रही हैं। भक्तों की भीड़ के बीच बैरियर पर रोके जाने के दौरान सिर पर तेज धूप और तपती धरती पर नंगे कदम श्रद्धालु बिलबिला उठे।
भीड़ के दबाव और पसीने से तरबतर श्रद्धालुओं की मुश्किल बढ़ती रही और बैरियर पर मौजूद पुलिसकर्मियों का दिल नहीं पसीजा। मंदिर के रास्तों पर भक्तों की भीड़ के दबाव और गर्मी से बच्चे, बुजुर्ग और महिलाओं की चीख निकल रही थी।
बावजूद इसके श्रद्धालुओं के मन में केवल एक ही इच्छा आराध्य की एक झलक पाने की थी। बस इसी इच्छा के सामने प्रशासनिक बाधाओं को दूर करते हुए श्रद्धालु मंदिर तक पहुंचे और आराध्य की झलक पाकर राहत महसूस की।
छुट्टी में उमड़ रही भारी भीड़
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में रविवार को भक्तों की भीड़ दर्शन के लिए उमड़ी। आराध्य के आंगन में भीड़ का दबाव सुबह से ही बनना शुरू हुआ जो कम होने का नाम नहीं ले रहा था। तेज धूप और उमसभरी गर्मी में पसीने से तरबतर श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर की ओर बढ़ती रही। विद्यापीठ से लेकर मंदिर तक और दूसरी ओर जुगलघाट से मंदिर के प्रवेशद्वार नंबर दो तक भक्त नजर आ रहे थे। बीच में पुलिस के बैरियर श्रद्धालुओं की मुश्किल बढ़ा रहे थे।
गलियों में भीड़ का दबाव
मंदिर आने वाली गलियों में भीड़ का दबाव ऐसा कि महिलाओं और बच्चों की चीख निकल रही थी। लेकिन, पुलिस की बंदिश कम होने का नाम नहीं ले रही थीं। जैसे ही बैरियर पर श्रद्धालुओं को रोका जाता, गर्मी से लोग बिलबलाते नजर आते। लेकिन, उन्हें आगे बढ़ने से लगातार रोका जाता रहा। मंदिर के अंदर श्रद्धालुओं के ठहराव को कम करने के लिए सुरक्षागार्डों ने सुबह से शाम तक जमकर पसीना बहाया।