गाजियाबाद। गाजियाबाद में आवारा और पालतू कुत्तों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामले में सदरपुर गांव के बुजुर्ग किसान 65 वर्षीय सतपाल मंगलवार को साइकिल पर खेत से घर जा रहे थे। रास्ते में तीन आवारा कुत्तों ने उनपर हमला कर दिया।
बुजुर्ग ने साइकिल तेज कर दी, लेकिन दो कुत्तों ने दाहिने पैर पर वार कर दिया। निचले हिस्से में हट हटकर कुत्तों ने काटा तो बुजुर्ग नीचे गिर पड़े। लहूलुहान बुजुर्ग को देखकर कुछ लोगों ने लाठी लेकर कुत्तों को भगाया। इसकी सूचना बुजुर्ग के घर दी गई।
पिछले 24 घंटे में 179 लोगों को काटा
होमगार्ड में जवान उनके बेटे प्रमोद ने तुरंत संजयनगर स्थित संयुक्त अस्पताल में पहुंचकर उनको एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाई। इमरजेंसी पहुंचकर मरहम पट्टी भी करवाई। पिछले 24 घंटे में आवारा और पालतू कुत्तों ने 29 बच्चों समेत 179 लोगों को काटा है।
इनमें छह वर्षीय तनिष, नौ वर्षीय गुड्डू , साद व अंश, दस वर्षीय गोलू,छह वर्षीय हिमानी, 13 वर्षीय अमन, 14 वर्षीय मानव, 27 वर्षीय इरशाद और 24 वर्षीय मोहित शामिल है। इसके अलावा 255 लोगों ने वैक्सीन की दूसरी व तीसरी डोज लगवाई है।
पिता की गोद में तड़प-तड़पकर हुई थी बच्चे की मौत
गाजियाबाद के विजय नगर से सितंबर महीने के पहले हफ्ते में दिल को झकझोर देने वाला मामला सामने आया था। विजय नगर की चरण सिंह कॉलोनी में कुत्ते के काटने से 13 साल के बच्चे के शरीर में रेबीज फैल गया था। इसके चलते पिता की गोद में बेटे की मौत हो गई थी।
बता दें कि लड़के को करीब एक महीने पहले एक कुत्ते ने काट लिया था, लेकिन उसने कथित तौर पर अपने माता-पिता को इसके बारे में नहीं बताया।
स्वजन के अनुसार, उनके पड़ोस में एक महिला के पालतू कुत्ते ने उनके बेटे को काटा था। मगर तब डांट के डर से उसने घर में नहीं बताया। कुछ दिन बाद उसकी तबीयत बिगड़ी और अस्पताल ले जाने पर पता चला की उसके शरीर में रेबीज का संक्रमण फैल चुका है।
इस दौरान उसे इलाज के लिए परिजन दिल्ली के जीटीबी और एम्स लेकर गए, लेकिन यहां भी डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर लिए और सोमवार रात यानी 4 सितंबर को बच्चे की मौत हो गई थी।