गांवों की बेहतरी के बिना विकसित भारत का कामना बेमानी: मस्त
टाउन हॉल में आयोजित हुआ प्रग्रापए के पूर्वांचल सम्मेलन
बलिया। वर्तमान परिवेश में ग्रामीण पत्रकारिता से जुड़े लोग आज समस्याओं से जंग लड़ रहे हैं। जबकि मीडिया घराने अपने हिसाब से कार्य करा रहे हैं। उनके खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं करके मैं ग्रामीण पत्रकारों से अपील करता हूं कि वे कोआपरेटिव पत्रकारिता पर ध्यान दें। यह बातें राज्य सभा के उप सभापति हरिवंश ने शनिवार को नगर के टाउन हॉल में आयोजित प्रगतिशील ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के बैनर तले पूर्वांचल सम्मेलन के बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण पत्रकार अपने बेहतरी के लिए सोचते जरूर है। लेकिन उनमें आपसी सामंजस्य और कोआपरेशन न होने के चलते उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वर्तमान परिवेश में ग्रामीण पत्रकारों को जरुरत इसबात की है कि वे एक/दूसरे के सहयोग के लिए कोआपरेटिव सोच के साथ कार्य करें। सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने भी ग्रामीण पत्रकारों की बेहतरी के लिए चर्चा किया। कहा कि गांवों की बेहतरी के बिना विकसित भारत का कामना नहीं की जा सकती है। हमारे देश भले ही शहरों के बल पर विकास की बात सोचता है। लेकिन सच्चाई यह है कि आज भी 60 फीसदी से अधिक लोग गांव में निवास करते हैं। ऐसे में ग्रामीण पत्रकारों की जिम्मेदारी बढ़ जाती है।सलेमपुर सांसद रविंद्र कुशवाहा ने कहा कि ग्रामीण पत्रकार ही अथक प्रयास से समाज को एक नई दिशा देने का कार्य करते हैं। जिसकी बदौलत हम लोग आज सुंदर भारत का सपना देख रहे हैं। इस मौके पर अध्यक्षता कर रहे जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर संजीत कुमार गुप्ता ने भी ग्रामीण पत्रकारिता के गुण रहस्यों पर विस्तार से चर्चा किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में पत्रकारिता के स्तर में भले ही गिरावट आई है। लेकिन ग्रामीण पत्रकारिता बहुत ही उच्च कृत्य है।
इस पर वर्तमान सरकारों को भी ध्यान देना चाहिए। इस मौके पर जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के लोकपाल डा. गणेश कुमार पाठक, प्रोफेसर सानंद कुमार सिंह, पूर्व विधायक राजधारी सिंह, पूर्व विधायक भगवान पाठक, पूर्व विधायक संजय यादव, प्रदेश महासचिव शमीम खान, प्रग्रापए के प्रदेश अध्यक्ष शशिकांत मिश्र, प्रदेश सचिव सिंधु तिवारी, पूर्वांचल प्रभारी दिग्विजय सिंह, अखिलानंद तिवारी, अजय तिवारी, शशिकांत ओझा, नगर अध्यक्ष तिलक कुमार, इमरान खान, केके पाठक, महामंत्री प्रदीप गुप्ता, विशम्भर गुप्ता, शिवानन्द बगले, जितेंद्र उपाध्याय, सुनील वर्मा, श्रवण पांडेय, अजय तिवारी, सुशील ठाकुर, सुनील सेन दादा, मुशीर जैदी, रविन्द्र मिश्रा समेत सैकड़ों पत्रकार मौजूद रहे। संचालन वीरेंद्र मोहन तिवारी ने किया।