- मदारीपुर गांव में मंडी परिषद द्वारा बनाई जा रही इंटरलाकिंग सड़क में जेई की मिलीभगत से ठेकेदार द्वारा बड़े पैमाने पर की जा रही धांधली
लखनऊ- राजधानी के बीकेटी विकासखण्ड की ग्राम पंचायत मदारीपुर में मंडी परिषद द्वारा लाखों की लागत से बनाई जा रही लगभग 150 मीटर इंटरलॉकिंग सड़क के निर्माण में जेई की मिलीभगत से ठेकेदार द्वारा बड़े पैमाने पर धांधली की जा रही है।ठेकेदार द्वारा इंटरलॉकिंग रोड के निर्माण में बॉक्सिंग की जुड़ाई में दोयम दर्जे की ईंटो के साथ भारी मात्रा में बालू व डस्ट का प्रयोग किया जा रहा है। तो वहीं मानकों की दुहाई देने वाले मंडी परिषद के जिम्मेदार जेई से लेकर अधिकारी जानबूझकर मूक बने हुए हैं।
बता दें कि एक तरफ प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा विकास कार्यों में पूरी पारदर्शिता के साथ मानकों को ध्यान में रखते हुए विकास कार्य कराए जाने के साफ निर्देश आए दिन दिए जा रहे हैं। तो वही जेई की मिलीभगत से बीकेटी क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में मंडी परिषद से बनाई जा रही इंटरलाकिंग एवं डामर सड़कों में धांधली आम बात हो गई है।मंडी परिषद द्वारा कराए जा रहे सड़कों के निर्माण जेई की खाऊ कमाऊ नीति एवं सांठगांठ से विकास कार्य भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ते जा रहे हैं। जिसका जीता जागता उदाहरण यदि देखना हो तो मदारीपुर एवं सिंहामऊ गांव में आकर कभी भी देखा जा सकता है। ग्रामीणों के मुताबिक लाखों की लागत से बनाए जा रहे इंटरलॉकिंग सड़क के निर्माण में मानकों को दरकिनार करते हुए बड़े पैमाने पर धांधली की जा रही है। इंटरलॉकिंग सड़क के निर्माण में बॉक्सिंग की जुड़ाई में दोयम दर्जे की ईंटों के साथ घटिया की किस्म की साम्रग्री का प्रयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है।ग्रामीणों का कहना है कि इंटरलाकिंग सड़क के निर्माण में गिट्टी की कुटाई ठीक से नहीं की जा रही है।जिसके चलते बारिश के मौसम में इंटरलॉकिंग सड़क धंस जाएगी।
इनका कहना है
मदारीपुर गांव में मंडी परिषद से इंटरलाकिंग सड़क का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। इंटरलाकिंग की बॉक्सिंग में यदि ठेकेदार द्वारा दोयम दर्जे की ईंट का प्रयोग किया जा रहा है, तो जांच कर दोयम दर्जे की ईंटो को हटवा दिया जायेगा।
जेपी रावत
अवर अभियंता
मंडी परिषद लखनऊ