काशी में एक विश्व स्तरीय क्रूज टर्मिनल का भी निर्माण शीघ्र:सर्बानंद सोनोवाल

वाराणसी । केंद्रीय जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार को घोषणा की कि वाराणसी में वर्ल्ड क्लास क्रूज टर्मिनल का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए जल्दी ही भूमि का चयन कर निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। इससे क्रूज संचालन और पर्यटकों को काफी सुविधा होगी। इससे जलमार्ग से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। केन्द्रीय मंत्री पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय (एमओपीएसडब्ल्यू) के तीसरे ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया समिट-2023 (जीएमआईएस) के लिए बड़ा लालपुर स्थित ट्रेड फेसेलिटी सेंटर (टीएफसी) में आयोजित रोड शो को सम्बोधित कर रहे थे

। उन्होंने बतौर मुख्य अतिथि जीएमआईएस में जनभागीदारी की अपील कर बताया कि हमारा लक्ष्य है कि आगामी वर्षों में जल मार्ग से देसी और विदेशी व्यापार 10 लाख करोड़ तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि आज जिस प्रकार भारत हर क्षेत्र में तरक्की कर रहा है, ऐसे में निश्चित रूप से हम यह लक्ष्य हासिल कर पाएंगे। भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के द्वारा होने वाला रोड शो मैरीटाइम में विकास, सहयोग को बढ़ावा देने और इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में स्टैकहोल्डर्स के लिए नए अवसरों को खोजने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित होगा। उन्होंने कहा कि “गति शक्ति पहल से लेकर महत्वाकांक्षी जल मार्ग विकास परियोजना के द्वारा हमारा लक्ष्य मैरीटाइम सेक्टर की विशाल क्षमता को पहचानना है। बदलाव का यह दौर न केवल हमारे उद्योग को मजबूत करेगा बल्कि सस्टेनेबिलिटी और पर्यावरणीय प्रबंधन में भी सहायक होगा।

ग्लोबल मैरीटाइम इंडिया समिट 2023 वह मंच है जहां ये आकांक्षाएं एकरूप होंगी, नई साझेदारियां बनेंगी और हमारा यह साझा सपना साकार होगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2021 में हमें 400 बिलियन डॉलर के एक्सपोर्ट का लक्ष्य दिया था । जिसे हमने प्राप्त कर लिया। आगामी दिनों में जल मार्ग परिवहन से करीब 15 लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा। उन्होंने बताया कि आगामी 17 अक्टूबर से 19 अक्टूबर के बीच मुंबई में होने वाले तीसरी ग्लोबल मैरिटाइम इंडिया समिट में सरकारी अफसर और उद्योगपति मैरीटाइम इंफ्रास्ट्रक्चर, व्यापार और विकास के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा और विचार-विमर्श करेंगें।

रोड शो में केन्द्रीय मंत्री ने वाराणसी अयोध्या और मथुरा में इलेक्ट्रिक क्रूज के संचालन के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के साथ एमओयू भी साइन किया। टीएफसी में दो सत्रों के इस कार्यक्रम में सरकारी अधिकारी, अफसर और उद्योगपति मैरीटाइम इंफ्रास्ट्रक्चर, व्यापार और विकास के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा और विचार-विमर्श करने के लिए उपस्थित रहे।

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