नई दिल्ली: मराठा कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने शनिवार को महाराष्ट्र सरकार पर सरकारी नौकरियों और शिक्षा में समुदाय को आरक्षण के लिये उनके द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन को कमजोर करने के लिए ‘चालबाजी और साजिश’ करने का आरोप लगाया है।
जरांगे ने जालना जिले के अंतरवाली सरती गांव में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि वह रविवार को अपनी अगली कार्रवाई का खुलासा करेंगे। उन्होंने समुदाय के लोगों से वहां इकट्ठा होने के लिए भी कहा। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार आरक्षण के लिए उनके प्रयासों को विफल करने के लिए चालबाजी और साजिश कर रही है। जरांगे ने कुनबी मराठों के रक्त संबंधियों पर अधिसूचना को कानून में बदलने में देरी पर सवाल उठाया।
जरांगे ने पुलिस पर राज्य के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस के इशारे पर मराठा प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज करने का भी आरोप लगाया।उन्होंने मराठा समुदाय के सदस्यों से शनिवार को अपने-अपने स्थानों पर सुबह के 11 बजे से दोपहर के एक बजे तक ‘रास्ता रोको’ अभियान चलाने का भी आग्रह किया।
बता दें कि महाराष्ट्र विधानमंडल ने मंगलवार को एक दिवसीय विशेष सत्र के दरान सर्वसम्मति से एक अलग श्रेणी के तहत शिक्षा और सरकारी नौकरियों में मराठों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने वाला एक विधेयक पारित किया था। लेकिन जरांगे ओबीसी के तहत समुदाय के लिए आरक्षण की अपनी मांग पर अड़े हुए हैं।
होटल के बाहर हंगामा करने के आरोप में जरांगे के समर्थकों को पुलिस ने हिरासत में लिया
मुंबई में एक होटल के बाहर हंगामा करने के आरोप में मराठा आरक्षण के कार्यकर्ता मनोज जरांगे के पांच समर्थकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की आपराधिक साजिश और दंगा करने और बॉम्बे पुलिस एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
वे कार्यकर्ता अजय महाराज बारास्कर से जरांगे के खिलाफ दिए गए बयान पर सफाई की मांग कर रहे थे। एक अधिकारी ने कहा, “मराठा आरक्षण के कुछ समर्थक चर्चगेट के पास एक होटल के बाहर इकट्ठा हुए। इसी इलाके में बारास्कर शुक्रवार की शाम करीब 6:45 बजे मौजूद थे।”