लखनऊ। कांग्रेस ने सपा के साथ गठबंधन के बाद उसके हिस्से आईं 17 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों को लेकर मंथन शुरू कर दिया है। जातीय गुणा-गणित के आधार पर बने नए समीकरणों को ध्यान में रखकर प्रत्याशियों की दावेदारी परखी जाएगी।
हालांकि, कई सीटें ऐसी हैं, जिन पर कांग्रेस पुराने चेहरों पर ही भरोसा जताएगी। सपा के वोटबैंक के सहारे कांग्रेस पिछले लोकसभा चुनाव के परिणाम बदलने की पुरजोर कोशिश करेगी। वहीं परंपरागत सीट अमेठी से राहुल गांधी व रायबरेली से प्रियंका वाड्रा का चुनाव मैदान में होना तय माना जा रहा है।
किसे मिल सकती है वाराणसी सीट
कांग्रेस वाराणसी की सीट से प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को एक बार फिर उम्मीदवार बना सकती है। राय पिछले दो लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। चर्चा है कि पार्टी इस सीट पर वरिष्ठ नेता व पूर्व सांसद राजेश मिश्रा पर भी दांव लगा सकती है। सपा ने वाराणसी सीट पर अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया था। गठबंधन के तहत यह सीट अब कांग्रेस के पाले में है।
अन्य सीटों की बात करें तो पिछले चुनाव में किस्मत आजमा चुके बाराबंकी से तनुज पुनिया, फतेहपुर सीकरी से राज बब्बर तथा महाराजगंज से सुप्रिया श्रीनेत को फिर मौका मिल सकता है। झांसी से पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप आदित्य जैन के मैदान में उतरने की संभावना है। सीतापुर सीट से पार्टी के कोषाध्यक्ष शिव पांडेय की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है।
हालांकि सीतापुर सीट से 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ चुके नकुल दुबे के साथ ही बीते दिनों भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व विधायक राकेश राठौर के नाम भी चर्चा में हैं। नकुल दुबे पिछला चुनाव बसपा के टिकट पर लड़े थे और बाद में कांग्रेस में आ गए थे। देवरिया सीट से पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह को मौका मिलने की उम्मीद है। वहीं कानपुर सीट से पूर्व विधायक अजय कपूर व वरिष्ठ नेता आलोक मिश्रा के नाम चर्चा में हैं।
सहारनपुर सीट से इमरान मसूद उतरेंगे मैदान में
देखना यह होगा कि नए समीकरणों में पार्टी इस सीट से किसे उम्मीदवार बनाती है। सहारनपुर सीट से इमरान मसूद को फिर मैदान में उतारा जाना तय माना जा रहा है। ऐसे ही अमरोहा की सीट पर पिछले चुनाव में जीत दर्ज कर चुके गठगंधन के बसपा प्रत्याशी रहे दानिश अली के इस बार कांग्रेस के टिकट पर इस सीट पर ताल ठोंकने की पूरी संभावना है।
संसद में दानिश अली पर हुई अशोभनीय टिप्पणी के बाद राहुल गांधी और फिर अजय राय ने उनसे मुलाकात की थी। यह भी माना जा रहा है कि दानिश को चुनाव मैदान में उतारने के लिए ही कांग्रेस ने अमरोहा सीट अपने हिस्से में ली है। इलाहाबाद सीट से पूर्व विधायक अनुग्रह प्रताप सिंह का नाम चर्चा में है। गाजियाबाद, बांसगांव, बुलंदशहर व मथुरा की सीटों पर कोई नया चेहरा भी सामने आ सकता है।