नई दिल्ली। आईएनडीआईए की घटक कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग पर टिप्पणी करते हुए कहा कि सौ प्रतिशत वीवीपैट (वोटर वैरीफाइएबल पेपर ऑडिट ट्रेल) की अनुमति नहीं देने को भारतीय वोटरों से घोर अन्याय करना बताया है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बुधवार को एक्स पर पोस्ट में कहा कि विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए के घटक दल जून, 2023 से चुनाव आयोग से मांग करते आ रहे हैं कि वीवीपैट के मुद्दे पर चुनाव आयोग उन्हें मुलाकात करने का अवसर दे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
चुनाव आयोग ने कहा था ये
उन्होंने कहा कि सौ प्रतिशत वीवीपैट की अनुमति नहीं देना भारतीय मतदाताओं के साथ सरासर अन्याय है। उन्होंने कहा कि आठ अप्रैल, 2019 को चुनाव आयोग से कहा था कि वह ऐसे चुनाव बूथों की तादाद बढ़ा दे जो वीवीपैट स्लिप का मिलान करते हैं।
उन्होंने कहा कि आईएनडीआईए के घटक दलों की मांग है कि चुनाव आयोग अधिक जवाबदेही और पारदर्शिता के लिए वीवीपैट की पर्ची धीरे-धीरे सौ प्रतिशत कर दे। उल्लेखनीय है कि वीवीपैट के जरिये मतदाताओं को अपने वोट का मिलान करने के लिए एक पर्ची देखने को मिलती है।