देहरादून । उत्तराखंड पंचम विधानसभा का मानसून सत्र का पहला दिन पूर्व मंत्री स्व.चंदन राम दास के नाम रहा। सदन में मुख्यमंत्री के साथ ही सत्ता पक्ष और विपक्ष के सभी सदस्यों ने उनके उनके सौम्य और सरल व्यवहारों को याद करते श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद विस अध्यक्ष ने विधानसभा की कार्यवाही कल (बुधवार) 11 बजे तक के लिए स्थगित दी है। अनुपूरक बजट बुधवार को पेश किया जाएगा।
मंगलवार सुबह 11 बजे वंदे मातरम् के साथ सदन का शुभारंभ हुआ। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने सत्र की कार्यवाही शुरू करते हुए सदन में दिवंगत मंत्री चंदन राम दास के निधन पर शोक प्रस्ताव रखा। कार्यमंत्रणा की सिफारिशों पर सर्वसहमति से शोक प्रस्ताव स्वीकृत हुआ। इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सदन में विपक्ष और सत्ता पक्ष के विधायकों से जाकर मिले। मुख्यमंत्री ने आज विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण से शिष्टाचार भेंट की।
मुख्यमंत्री धामी ने चंदन रामदास ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनका जाना मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। वो अपने कार्य व्यवहार से सबके दिलों में अमिट छाप छोड़ी। वे बागेश्वर क्षेत्र में पानी सहित अन्य विकास को लेकर संघर्ष करते रहे। वो दल से हटकर कार्य करते रहे। आज भी विश्वास हो रहा है कि वो सदन के अंदर बैठे हैं। जनता के साथ राजनीतिक क्षेत्र में चंदन के रूप में और राम के रूप में मर्यादा को बनाएं रखा। अपने क्षेत्र में दास बनकर सेवा करते रहे। वो अधूरे कार्यों को पूरा करने के लिए कार्य किया जाएगा।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने चंदन राम दास को अपने साथ बिताए पलों को याद करते हुए कहा कि वो लगातार वो 04 बार विधायक के साथ विभिन्न समितियों का दायित्व को निर्वहन किया। उनका हम सब के बीच में नहीं रहना दुखद है।
हरिद्वार विधायक मदन कौशिक ने कहा कि चंदन राम दास विकास के पक्षधर थे। वे हमेशा विकास की लड़ाई लड़ते थे। उनका व्यवहार बहुत ही सरल था जो लोगों के दिल को छू लेता था। वो कभी विधायक नहीं आमजन की तरह रहते थे।
मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, सौरव बहुगुणा, सतपाल महाराज, बसपा विधायक शहजाद अली,राम सिंह कैड़ा, प्रमोद नैनवाल,बिनोद कंडारी सहित अन्य विधायकों ने चंदन राम को याद कर श्रद्धांजलि दी।
वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल बुधवार को सदन पटल पर अनुपूरक बजट पेश करेंगे। इसके साथ ही राज्य आंदोलनकारियों को 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण, वित्त विभाग की वार्षिक ऑडिट रिपोर्ट, लेखा प्रत्यावेदन रिपोर्ट सहित अन्य विधेयक सदन में पेश किया जाएगा। छह सितंबर को प्रश्न काल होगा। सात सितंबर को जन्माष्ठमी पर सार्वजनिक अवकाश है। आठ सितंबर को चर्चा के बाद अनुपूरक बजट पारित किया जाएगा। 06 सितंबर यानी 02 दिन का एजेंडा तय है। सदन की आगे की कार्यवाही के लिए छह सितंबर शाम कार्यमंत्रणा की फिर बैठक होगी।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्या के नेतृत्व में कांग्रेस विधायक विधानसभा गेट के बाहर अतिक्रमण, बेरोजगारी और महंगाई के साथ सत्र समयावधि बढ़ाने,बाजपुर भूमि बचाओ की मांग को लेकर धरना दिया। इस दौरान हाथों में ‘जनता की आवाज न दबाए भाजपा सरकार,सत्र लम्बा चलाएं’ को लेकर भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इस दौरान नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इतने कम समय सत्र को रखना समझ से परे हैं। सरकार सत्र को केवल अनूपुरक बजट तक ही सत्र चलाना चाह रही है। विपक्ष सत्र का समय बढ़ाने की मांग कर रहा है। सत्र चलने से आमजन की अधिक से अधिक समस्याओं को रखने का मौका मिलता है। इसलिए सत्र की समयावधि बढ़ाई जाए। आज बागेश्वर उपचुनाव और शिक्षक दिवस है। फिर भी आज ही सत्र को रखा गया है।
उन्होंने कहा कि अतिक्रमण अभियान से प्रदेश में डर का माहौल है। सरकार का यह दायित्व है कि डर के माहौल को खत्म करने की अपनी जिम्मेदारी को समझे और समस्या का समाधान निकाले। प्रदेश में बंद सड़कों से लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। बिजली पानी की समस्या लोगों के लिए मुसीबत खड़ी कर रही है।
कांग्रेस के उप नेता भुवन कापड़ी ने कहा कि भाजपा सरकार सत्र चलाने के नाम पर भाग रही है। सरकार को जनसरोकार से कोई लेना देना नहीं है। सत्रावधि को कम करने की सरकार की मंशा को समझा जा सकता है। अधिकारियों और कर्मचारियों की यह सरकार है। यह सरकार बसाने के लिए नहीं बल्कि अतिक्रमण के नाम पर उजाड़ने का काम कर रही है।
इसके बाद आवश्यक चर्चा, कामकाज और सदस्यों की बात सुनने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने दोपहर दो बजे के बाद उत्तराखंड पंचम विधानसभा का मानसून सत्र कल 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया है।
मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल ने अतिक्रमण को लेकर कहा कि कोर्ट के निर्देश अतिक्रमण पर कार्रवाई की जा रही है। सरकार का यह कदम नहीं।
अतिथि शिक्षकों ने विधानसभा किया कूच –
प्रदेश भर के माध्यमिक शिक्ष शिक्षक संघ से जुड़े अतिथि शिक्षक बन्नू स्कूल में एकत्र हुए। जहां से शिक्षकों ने तदर्थ नियुक्ति की मांग को लेकर विधानसभा कूच किया। इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी मौके पर पहुंच कर समर्थन किया।