हरिद्वार। चन्द्रयान-3 की उपलब्धि देश के स्वाभिमान एवं दृढ़ इच्छा शक्ति का परिणाम है। चन्द्रयान मिशन की उपलब्धि सम्पूर्ण विश्व को आश्चर्य चकित करके भारत के पराक्रम एवं युवाओं की वैज्ञानिक क्षमताओं का जीवन्त प्रमाण है। शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग के प्रशिक्षु अध्यापकों ने चन्द्रयान-3 की ऑनलाइन प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर देश की इस उपलब्धि को जश्न के रूप में मनाया।
इस अवसर पर एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. शिवकुमार चौहान ने विभाग के प्रशिक्षु अध्यापकों को प्रेरित करते हुए कहाकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कर्तव्य परायणता एवं वैज्ञानिकों के परिश्रम के बल पर आजादी के अमृत काल में यह उपलब्धि प्राप्त करना पूरे देश के लिए गौरव की बात है। विश्व पटल पर इस उपलब्धि ने भारत का गौरव बढ़ाया है। शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग के 65 छात्रों ने चन्द्रयान-3 की ऑनलाइन प्रतियोगिता में हिस्सेदारी की। जिसके प्रमाणपत्र ऑन लाइन माध्यम से प्राप्त होने हैं।
इस अवसर पर प्रतियोगिता के संयोजक डॉ. अनुज कुमार, डॉ. कपिल मिश्रा, प्रणवीर सिंह, सुनील कुमार, दिवाकर, अश्वनी कुमार, राजेन्द्र सिंह, कुलदीप, सुरेन्द्र सिंह, मुनेश आदि ने प्रतियोगिता के सुगमता से आयोजन में सराहनीय कार्य किया।