चकबंन्दी विभाग की लापरवाही को लेकर मुख्यमंन्त्री व राजस्व सचिव को ग्रामीणों ने दी शिकायती पत्र

अमेठी/ जगदीशपुर विकाश खण्ड क्षेत्र के अन्त्रगत् स्थिति ग्राम सभा परबेजपुर परगना जगदीशपुर तहसील मुसाफिरखाना, जिला अमेठी का ग्राम प्रधान एवं सामान्य नागरिक है। जब कि ग्राम सभा में पुरानी चकबन्दी 1985 में फाइनल हुई थी। तथा मौजूदा चकबन्दी ग्राम सभा में 2015 में प्रारम्भ होकर सन् 2020 में फाइनल हुई, किन्तु ग्राम सभा के भौमिक सजरा (नक्शा फाइनल ) सन् 2020 व सन् 1985 के नक्शा फाइनल में बड़े पैमाने पर भिन्नता पाई जाती है। जिसके कारण कोई भी नम्बर मौजूदा नक्शे के आधार पर अपने सही स्थान पर नही पाया जाता । जिससे ग्राम सभा में आये दिन जमीनी विवाद पैदा हो रहा है।

जिसमें ओबर लैपिंग ग्राम सभा मंगौली बार्डर से ग्राम सभा मोहब्बत पुर बार्डर तक जहाँ पर ग्राम सभा मंगौली, खैरातपुर, परबेजपुर का सिहदा है वहाँ से 1985 का गाटा सं0 76 से गाटा सं0 369 जो नाला है मोहब्ब्तपुर वार्डर तक 68 मीटर ओबर लेपिंग है। 2020 का गाटा सं0 91 से गाटा सं0 529 जो नाला लेकर वार्डर है। 1985 का गाटा स० 69 से 369 नाला तक और 2020 का गाटा सं० 529 नाला तक 52 मीटर ओबर लैपिंग है। 1985 का गाटा सं0 161, 162 से गाटा सं0 369 और 2020 का गाटा सं0 237 से 529 वार्डर तक 72 मीटर ओबर लैपिंग है। 1985 का गाटा सं० 16, 17 से गाटा सं0 369 तक जो 2020 का गाटा सं० 18, 19 से गाटा सं0 529 नाला तक 52 मीटर का ओबर लैपिंग है। यह कुछ प्वाइंट है इसी तरह ग्राम सभा के सभी गाटा सं० प्रभावित है।

ग्राम सभा परवेजपुर का एक पुरवा कासिमपुर है जो रायबरेली अयोध्या रोड पर है 1985 का जो गाटा सं0 515 से 562 और 2020 का गाटा सं0 780 से गाटा सं0 821 तक 20 मीटर का ओबर लैपिंग है। इस लाइन में 100 प्रतिशत चकबन्दी बाहर है।

1985 का गाटा सं0 620 से गाटा सं0 565 नाला तक और 2020 का गाटा सं0 907 से 826 नाला तक 28 मीटर ओबर लैपिंग है। जो इस लाइन में 99 प्रतिशत चकबन्दी से बाहर है। (CH-18) 1985 का गाटा सं0 641 से गाटा सं0 565 नाला तक 2020 का गाटा सं0 922 चकरोड से गाटा सं० 826 नाला तक 36 मीटर ओबर लैपिंग है इस लाइन में भी 99 प्रतिशत चकबन्दी बाहर है। (CH-18) 1985 का गाटा सं० 529 से गाटा सं0 565 नाला तक 2020 का गाटा सं0 960 से गाटा सं० 826 नाला बार्डर तक 20 मीटर ओबर लैपिंग है। इस लाइन में लगभग 50 प्रतिशत चकबन्दी बाहर है। (CH- 18) इसी तरह पूरे ग्राम सभा का गाटा सं० प्रभावित है। यह कि रायबरेली से अयोध्या रोड से गाँव को जो मेन रास्ता जाता है वहां पर ग्रामसभा मगौली बार्डर से जो 2020 का गाटा सं0 780 को 4 मीटर तथा बाग गाटा सं0 784 02 मीटर पूरब की तरफ बढ़ाया गया उसके बाद रास्ता जो गाटा सं० 807 है वह पहले 10 मीटर का था अभी उसे 16 मीटर बना दिया इसी तरह रास्ते तक पूरब को 12 मीटर बढ़ाया गया। इसी तरह 12 मीटर का ओबर लैपिंग हुआ। यही रास्ता आगे 12 मीटर 14 मीटर बढ़ाया गया और आगे गाटा सं० 890 में रास्ता बन्द था। 2020 के चकबन्दी में रास्ता निकाला गया जहाँ से रास्ता शुरू हुआ उसका गाटा सं० 844 है वहीं पर 16 मीटर ओबर लैपिंग । आगे चकरोड पूरब को गया है जिसका गाटा 10 845 है उसके पहले और बाद में 20 से 22 मीटर ओबर लैपिंग है। इसी रास्ते के लाइन में पंचायत भवन व लोगो के मकान रास्ते में पड़ने लगे जिससे यहा पर बहुत जायदा विवाद है। यह कि खलिहान 2020 का गाटा सं० 942 है जिसे 04 मीटर चौड़ा 72 मीटर लम्बा काटकर गाटा सं0 1008 व 1009 को देकर खलिहान को कम किया जो सारे गाटा सं० चकबन्दी से बाहर है। (CH-18) इसी तरह चकरोड 1985 का गाटा सं0 619 है जिसे खत्म करके 2000 का गाटा सं0 929 के चक में मिला दिया और 1985 का गाटा सं० 638 जिसका 2020 का गाटा सं0 927 है। अपर जिलाधिकारी का आदेश होते हुए भी सी० ओ० अच्छेलाल ने आदेश का उल्लंघन किया।

उसका रकबा मौजूदा 2020 का गाटा सं0 925 926,928,934 में है बल्कि 927 का रकबा 2020 के चकबन्दी में 925, 926 को चार-चार मीटर पूरब तरफ और बढ़ा दिया। अमल दरामद केश की फाइल सी० ओ० जगदीशपुर के यहाँ अभी भी पडी है। जो कि 2020 का पुष्टिकृत पूरा गलत बनाया गया है। जिसमे लेखपाल प्रदीप कुमार,चकबंन्दीकर्ता राजेश बर्मा,ट्रेसर दिनेश,एसीओ नीरज कटियार सीओ अच्छे लाल,एसओसी राजकुमार सहित सभी कर्मचारी मौके पर मौजूद रहे। जिससे वर्णित तथ्यों एवं परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए ग्राम सभा परबेज पुर परगना जगदीशपुर तहसील मुसाफिरखानाजिला अमेठी के सन् 2020 में हुई चकबन्दी के भौमिक नक्शे की अशुद्धता अर्थात ओबर लैपिंग को सन् 1985 की चकबन्दी के फाइनल नक्शे को आधार मानकर किसी सक्षम अधिकारी व प्रमुख सचिव राजस्व, मा० मुख्य मंन्त्री उ०प्र० शासन द्वारा शुद्ध अर्थात दुरूस्त कराये जाने को लेकर ग्राम वासियो ने शिकायती पत्र देकर जॉच कराये जाने की ग्राम वासियों ने की है। जिससे ग्रामवासी आये दिन विवादों के घेरे से बच सके।

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