कमीशनखोरी की भेंट चढ़ा गौशाला निर्माण , 1.20 करोड़ की योजना में बंदरबांट के आरोप !

  • गौशाला निर्माण में सरकारी धन के बंदरबांट से नाराज अमरेंद्र सिंह पंवार ने मुख्यमंत्री आईजीआरएस पोर्टल पर कर उच्च स्तरीय जांच की मांग की है

निष्पक्ष प्रतिदिन,लखनऊ। शासन की मंशानुसार बीकेटी विकासखंड की ग्राम पंचायत कठवारा में 1.20 करोड़ की लागत से पैक्सपेड संस्था की ओर से विशाल गौशाला बनवाई गयी है।निर्माण में हो रही धांधली की उच्चस्तरीय जांच की मांग जोर पकड़ने लगी है। सरकारी धन के बंदरबांट से नाराज अमरेंद्र सिंह पंवार ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री के आईजीआरएस पोर्टल (समन्वित शिकायत निवारण प्रणाली) पर की है। आरोप लगाया कि एक करोड़ 20 लाख की लागत से ग्राम पंचायत कठवारा में बनाई गई गौशाला के निर्माण मानक के विपरीत नहीं कराये गये है। और इसके निर्माण में जमकर धांधली की गयी है। अमरेंद्र सिंह के मुताबिक इसके निर्माण कार्य में सस्ते मद्दे अनाड़ी कारीगर लगाकर घटिया सामग्री का जमकर प्रयोग किया गया है।

गौशाला को देखने से ही सरकारी धनराशि का खुल्लम खुल्ला दुरुपयोग नजर आ रहा है। इसका जीता जागता प्रमाण निर्माणाधीन गौशाला में बनाई गयी यूरिन नाली,भूसा रखने के लिए कमरे,चारा खाने के लिए बनाई गई चरही और इमारतों की दीवारों से जगह जगह निकल रहा प्लास्टर स्वयं दे रहे हैं । यहाँ निर्माण में उपयोग की गई निर्माण सामग्री की गुणवत्ता और सस्ते – मद्दे अनाड़ी कारीगरों की कार्य कुशलता का प्रतीक निर्माणाधीन बिल्डिंग स्वयं हैं।
ठाकुर अमरेंद्र सिंह पवॉर मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर संदर्भ संख्या 40015723097749 पर शिकायत दर्ज कराते हुए कहा है कि ग्राम कठवारा तहसील बख्शी का तालाब में पैक्स पेड संस्था के द्वारा गौशाला का निर्माण करवाया जा रहा है। जिसकी कीमत लगभग 1 करोड़ 20 लाख रुपए है, जो गौशाला बन रहा है, उसको बनते हुए लगभग दो साल हो गए हैं।लेकिन अभी तक उसका कार्य पूर्ण नहीं किया गया है।

वहीं जो गौशाला बनाई जा रही है उसमें जमकर भ्रष्टाचार किया गया है, इसकी शिकायत भी कई बार की जा चुकी है। लेकिन अभी तक संस्था के प्रति कोई कार्रवाई नहीं की गई है।जिससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। लोगों की फ़सलें आवारा पशुओं के द्वारा बर्बाद हो रही हैं।लेकिन अधिकारियों की अनदेखी के कारण कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।अमरेंद्र सिंह ने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर लिखित शिकायत कर गौशाला में हुए भ्रष्टाचार की जांच कर अति शीघ्र गौशाला बनवाकर आवारा पशुओं से ग्रामीणों को निजात दिलवाने की मांग की गयी है।उन्होंने यह भी बताया कि विकासखंड की ग्राम पंचायत व उसके आसपास के गाँवों के किसानों तथा ग्रामीणों निराश्रित व छुट्टा गोवंशो से निजात दिलाने के लिए गांव के पश्चिमी सीमांकन से दक्षिण में गोमती नदी से थोड़ा पहले विशाल गौशाला का निर्माण किया गया है।अमरेंद्र के आरोप पर जब राष्ट्रीय हिन्दी दैनिक निष्पक्ष प्रतिदिन संवाददाता ने गौशाला का निरीक्षण किया तो वहाँ निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। संवाददाता ने वहां पर निर्माण का जो नजारा देखा उसे कवरेज कर कैमरे में कैद किया। जानकारी के मुताबिक करोड़ों की लागत से तैयार कराए जा रहे इस गौशाला के निर्माण में आधी धनराशि खपत होते – होते निर्माण के दौरान अब तक वहाँ पर पैक्सपेड के अधिशासी अभियंता, अवर अभियन्ता तथा अन्य अधिकारी कई बार निरीक्षण करने आ चुके हैं , जिन्होंने निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर किसी भी प्रकार का कोई प्रश्नचिन्ह नहीं लगाया है।लेकिन हां यहां पर गौर करने वाली बात यह है कि ग्रामीणों की शिकायत पर पूर्व बीडीओ पूजा सिंह ने गत 30 सितंबर को मौके पर जाकर गौशाला का गहनता से निरीक्षण किया था,और बीडीओ को जांच में यूरिन नाली,चरही,भूसा रखने वाले कमरे का रैम्प व निर्माण एवं निर्माण सामग्री में गड़बड़ी मिली थी।

जिसकी रिपोर्ट पशुपालन विभाग और जिलाधिकारी को भेजी जा चुकी है। इसके बावजूद खामियों को अभी तक दुरुस्त नहीं कराया जा सका है।कठवारा के गौशाला में जो भी खामियां हैं , उन्हें दुरुस्त न कराकर कार्यदाई संस्था गौशाला की रंगाई पुताई करवाकर पंचायत को हैंड ओवर करने की तैयारी की जा रही है।वहीं कठवारा गांव के सैकड़ों ग्रामीणों का कहना है कि गौशाला निर्माण में जिम्मेदारों द्वारा किये गये लाखों रुपये के इस घोटाले की यदि जांच नहीं होती है और दोषियों को दंडित नहीं जाता है, तो निश्चित तौर पर गोवंशों के साथ न्याय नहीं कहलाएगा। इसलिए आज आवश्यकता है, कि एक उच्चस्तरीय टीम गठित कर स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से कठवारा गांव में हुए व्यापक स्तर के गौशाला निर्माण घोटाले की जांच की जाए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए सरकारी धन की रिकवरी की जाय। और जल्द से जल्द गौशाला गुणवत्ता पूर्ण निर्माण कार्य पूरा करवाकर गोवंशों को पोषण और संवर्धन के लिए संरक्षित किया जाए।

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